
लखनऊ. UP Assembly Elections 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चयन में पसीने छूट रहे हैं। पूर्वांचल की 80 से अधिक ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां एक-एक सीट पर उम्मीदवारों की संख्या 50-60 तक है। इतना ही नहीं उन सीटों पर भी कई-कई आवेदन आए हैं, जहां बीजेपी लहर के बावजूद साइकिल दौड़ी थी। हर सीट पर आवेदकों की लंबी कतार है। इनमें बड़ी संख्या में डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार, सेवानिवृत्त अधिकारी और शिक्षक हैं। बीते दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पत्रकारों, शिक्षकों सहित हर विधा के विशेषज्ञों को टिकट देने का ऐलान किया था, बशर्ते वह पार्टी की स्क्रीनिंग में जिताऊ साबित हों।
समाजवादी पार्टी हर विधानसभा सीट पर आवेदकों की सूची तैयार कर रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों के अलावा आवेदकों की क्षेत्र में छवि और जीतने के चांसेंज देखकर टिकट दिया जाएगा। राजनीति में आमतौर पर उच्च शिक्षित वर्ग में ज्यादातर अधिवक्ता व प्रशासनिक अधिकारी ही चुने जाते रहे हैं। ज्यादातर पार्टियां अलग-अलग विधाओं के लोगों को विधान परिषद में चुनती रही हैं, लेकिन, इस सपा इस बार चुनाव में नया प्रयोग करने की तैयारी में हैं। इसके तहत पार्टी डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकारों व अन्य लोगों को मैदान में उतारकर नया संदेश देना चाहती है।
Updated on:
29 Sept 2021 05:05 pm
Published on:
29 Sept 2021 04:56 pm
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