
Shah modi
लखनऊ. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में अनुच्छेद 370 (Article 370) को समाप्त करने का मामला इन दिनों सियासी गलियारों में ही नहीं बल्कि आम जनता के बीच भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है। और हो भी क्यों न, यह ऐतिहासिक फैसला जो है। वैसे 70 वर्ष पुराने इस अनुच्छेद के मसले को सदन के पटल पर अचानक ही पेश किया गया, लेकिन इसको लेकर तैयारियां अचानक नहीं की गई थीं। बीते हफ्ते ही अमरनाथ यात्रा को बीच में रोकना, श्रद्धालुओं को यात्रा के बीच में अपने घरों को वापस लौटने का निर्देश देना, समूचे राज्य में सेना को तैनात करने जैसे कई कदम उठाए गए। लेकिन जब मंत्रियों को नजर बंद किया गया तो साफ हुआ कि मामला राजनीतिक है। उक्त मास्टर प्लान के सफल होने के बाद सोमवार को अमित शाह ने मास्टर स्ट्रोक चला। देश में इससे हड़कंप मच गया। कमाल की बात यह भी दिखी कि कई विपक्षी दल इस प्रस्ताव के समर्थन में दिखे। पूरे देश में 5 अगस्त को जश्न के रूप में मनाया गया। यूपी की जनता ने भी फैसले का स्वागत किया। वैसे यूपी से ताल्लुक रखने वाले सबड़े बड़े नायकों का जम्मू-कश्मीर मुद्दे में अहम रोल है, जिनका जिक्र आज करना बेहद जरूरी है।
- सत्य पाल मलिक- जम्मू कश्मीर के वर्तमान राज्यपाल सत्य पाल मलिक उत्तर प्रदेश के बादपत में जन्मे थे। 1989 में वे जनता दल के टिकट पर अलीगढ़ से लोकसभा चुनाव जीते। वे उत्तर प्रदेश से दो बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल बनने के पहले वे बिहार और उड़ीसा के राज्यपाल थे। 23 अगस्त 2018 को उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल का पद संभाला। मलिक के रहते हुए अनुच्छेद में बदलाव को उनके गांव हिसावदा व यूपी की जनता इतिहास के रूप में देख रही है। व इसे गौरव की बात बता रही है।
- नरेंद्र मोदी- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी के वाराणसी से सांसद है। अनुच्छेद 370 को हटाने का उनका यह सपना आज का नहीं है। अनुच्छेद 370 का विरोध वे काफी समय से कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर केवल इसका छोटा सा प्रमाण है जिसमें वह इसको लेकर धरने पर बैठे दिख रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह तस्वीर 1992 की हो सकती है, तब वह बीजेपी के सीनियर नेता मुरली मनोहर जोशी के साथ एकता यात्रा पर थे।
- जवाहरलाल नेहरू- जम्मू-कश्मीर के मसले पर अपनी नीतियों को लेकर आलोचनाओं का शिकार होने वाले प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू यूपी के जन्म इलाहाबाद में हुआ था। आज इस अनुच्छेद को खत्म कर दिया गया है, लेकिन नेहरू इस बात को पहले से जानते थे। वे जानते थे कि एक न एक दिन अनुच्छेद 370 को हटना ही है। इस बात का जिक्र उन्होंने जम्मू कश्मीर के तत्कालीन नेता पं. प्रेमनाथ बजाज को लिखे पत्र में किया भी था।
Published on:
06 Aug 2019 08:23 pm
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