
UP By Election 2024: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा साबित होने जा रहा है, खासकर जब पार्टी ने हाल ही में लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना किया है। नौ विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव में भाजपा के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने खुद इन चुनावों की कमान संभाल रखी है। इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भी भाजपा की मदद के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। संघ की जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता नेटवर्क का लाभ उठाकर भाजपा चुनावी मैदान में मजबूती से उतरने का प्रयास कर रही है।
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा दौरे के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच लगभग 90 मिनट चर्चा चली। सूत्रों के मुताबिक, यह चर्चा मुख्य रूप से चुनावी रणनीति को लेकर थी। भाजपा के लिए लोकसभा चुनावों की तुलना में लाभ की स्थिति यह है कि इस बार उसे संघ का पूरा सहयोग मिल रहा है।
भाजपा ने यूपी उपचुनाव को लेकर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट के मुताबिक, प्रदेश की सात सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं। इनमें करहल से अनुजेश यादव, कटेहरी से धर्मराज निषाद, कुंदरकी से रामवीर सिंह ठाकुर, गाजियाबाद से संजीव शर्मा, खैर से सुरेंद्र दिलेर, फूलपुर से दीपक पटेल, मझवां से सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है।
भाजपा की सहयोगी दल निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद ने यूपी उपचुनाव में दो सीटों पर लड़ने की मांग की थी। इस मामले को लेकर हाल ही में उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल से मुलाकात की थी। इसी बीच, भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट जारी की है, जिसमें निषाद पार्टी को एक भी टिकट नहीं दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में करहल, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, सीसामऊ, मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद सदर, खैर शामिल हैं। चुनाव आयोग ने चुनावों की घोषणा के समय कहा था कि मिल्कीपुर सीट पर चुनाव नहीं हो रहा है, क्योंकि इस बारे में एक चुनाव याचिका अदालत में लंबित है।
Updated on:
24 Oct 2024 01:36 pm
Published on:
24 Oct 2024 01:29 pm
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