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UP 100 : 300 करोड़ रुपये का सालाना खर्च, 47 लाख लोगों को पहुंचाई मदद, हर सेकेंड कीमती

यूपी पुलिस के आपातकालीन सेवा केंद्र यूपी 100 पर रोजाना आ रही लाखों शिकायतें, समाधान के लिए जुटी पूरी फोर्स।

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लखनऊ

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Dhirendra Singh

Jan 10, 2018

saharanpur news

UP 100

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में आपाताकालीन सेवा केंद्र यूपी 100 में प्रतिमाह 40 लाख से भी ज्यादा शिकायतों को सुना जा रहा है। यह आकड़ा यूपी 100 के पहले स्थापना दिवस पर सामने आया है। वहीं बीते एक साल में यूपी 100 के जरिये आपातकालीन घटनाओं के लिए 47 लाख से अधिक लोगों को सहायता उपलब्ध कराई गई। यूपी 100 के अधिकारियों का दावा है कि वर्तमान में 2 से 5 सेकेंड के अंदर पीड़ितों की कॉल पर रिस्पांस दिया जा रहा है।

300 करोड़ का आता है संचालन में खर्च
एडीजी आदित्य मिश्रा ने बताया कि यूपी 100 की स्थापना अथक प्रयासों के बाद संभव हो सकी। यह विश्व में अपने आप में कीर्तिमान स्थापित करने वाली इतने बड़े स्तर पर आपातकालीन पुलिस सेवा है। जिसके संचालन में सालाना करीब 300 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। इसमें तकनीकी से लेकर सैलरी व अन्य मदों पर व्यय होने वाला पैसा शामिल है।

लगातार शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा यूपी 100
यूपी 100 के डाटा के मुताबिक 10 जनवरी 2017 से अस्तित्व में आने के बाद 47,39,796 घटानाओं पर पुलिस टीम और पीआरवी द्वारा सहायता पहुंचाई गई। गत दिसंबर 2017 में यूपी 100 पर 40,09,121 हजार शिकायतें मिली। वहीं यह सिलसिला जनवरी 2017 में 15,40,220 फोन कॉल से शुरु हुआ था। हालांकि इनमें से ज्यादातर शिकायतों को फोन के माध्यम से ही सुलझा लिया गया। अधिकारियों के मुताबिक कई बार यूपी 100 पर आने वाली शिकायतें उच्च स्तर की नहीं होती, ऐसे में उनका हल व निस्तारण फोन पर भी हो जाता है। दावा किया जा रहा है कि यूपी 100 में आने वाली लगभग 98 प्रतिशत कॉल का 5 सेकेंड के भीतर उत्तर दिया गया है।

रविवार को आती है सबसे ज्यादा शिकायतें
यूपी 100 के डाटा के मुताबिक सप्ताह में सबसे ज्यादा शिकायतें रविवार के दिन आती है। साल भर के आकड़े के मुताबिक इस दौरान एक माह में रविवार के दिन 7,22,003 शिकायती कॉल अटेंड की गई। वहीं गर्मियों में रात 9 से 10 बजे के बीच और सर्दियों में 7 से आठ बजे के बीच यूपी 100 पर मदद की सबसे ज्यादा गुहार लगाई जाती है।

लखनऊ जिले से मिली ज्यादा शिकायतें
यूपी 100 पर ग्रामीण इलाकों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई। एक साल के अंदर 60.13 प्रतिशत शहरी और 39.87 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों के शिकायतें मिली। वहीं शहरी क्षेत्रों में लखनऊ जिले से सबसे ज्यादा लगभग 2.27 लाख कार्रवाई उपयुक्त शिकायतें प्राप्त हुई। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में औरैया जिले से सबसे ज्यादा 28,096 और बागपत जिले से सबसे कम 15,020 शिकायतें मिली।

सीनियर सिटीजन भी लगातार मांग रहें मदद
यूपी 100 पर घरेलू हिंसा के मामलों में सबसे ज्यादा शिकायत सीनियर सिटीजन की तरफ दर्ज कराई गई है। इसमें बुर्जगों द्वारा घर से निकालने, मारने-पीटने, अनुचित व्यवहार करने से संबंधित शिकायते दर्ज कराई हैं। डाटा के मुताबिक कुल शिकायतों में ग्रामीण क्षेत्रों से 64.25 प्रतिशत और शहरी 35.75 प्रतिशत शिकायतें मिली हैं।

868 लोगों को आत्महत्या के मुंह से निकाला
यूपी पुलिस की आपातकालीन सेवा यूपी 100 को एक साल के अंदर 15954 आत्महत्या व प्रयास करने से जुड़ी शिकायतें फोन पर मिली। यूपी 100 की सूचना पर पीवीआर व पुलिस टीम ने इस दौरान 868 लोगों को मौत की मुंह से बाहर निकालने में कामयाबी पाई। कई मामलों में पुलिस ने फंदे पर लटके लोगों को सही काउंसलिंग व उपचार दिलाकर बचाया।

सम्मानित हुआ आम नागरिक
यूपी 100 ने बेहतर रिस्पांस टाइम में काम करने वाले कई पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। इसी दौरान यूपी 100 ने बड़े रेल हादसे को रोकने के लिए अहम सूचना देने वाले हरविंदर सिंह को यूपी 100 में सम्मानित किया। दरअसल हरविंदर सिंह ने गत 7 दिसंबर को यूपी 100 पर बरेली जिले में रेलवे ट्रैक टूटने की सूचना दी। उससे कुछ देर में ही हावड़ा-जम्मूतवी एक्सप्रेस गुजरने वाली थी, तत्काल यूपी 100 ने इस सूचना को रेलवे विभाग तक पहुंचा और ट्रैन रोककर बड़ा हादसा टाला जा सका।