
2022 Uttar Pradesh Assembly election
लखनऊ.
में अब सात महीने से भी कम का समय बचा है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने युपी विधानसभा इलेक्शन से पहले गठबंधन के लिए नए साथियों को तलाशना शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने तमाम छोटी-छोटी पार्टियों को अपने पाले में लाना शुरू भी कर दिया है। सपा फिलहाल बड़ी पार्टियों से दूरी बनाकर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly election 2022) की रणनीति बना रही है। सूत्रों की अगर मानें तो अखिलेश यादव बीजेपी को प्रदेश की सत्ता में दोबारा आने से रोकने के लिए अपना दल (सोनेलाल) को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं।
अनुप्रिया से गठबंधन की जुगत में जुटे अखिलेश यादव
ने इसके लिए कई नेताओं को लगा रखा है। यहां तक कि दोनों बड़े नेताओं के बीच इसको लेकर चर्चा भी हो रही बहै। हालांकि अभी बड़ा सवाल ये है कि क्या अपना दल (एस) की नेता और मिर्जापुर सांसद अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए का साथ छोड़कर, अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करेंगी। दोनों दलों के बीच बातचीत शुरुआती दौर में है। दोनों ही पार्टियों की ओर से कोई भी कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी ने 2017 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन उस समय सपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में अब अखिलेश यादव बड़ी पार्टियों से दूरी बनाकर अगला विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।
कुर्मी जाति पर पार्टी की अच्छी पकड़
दरअसल अपना दल (एस) के उत्तर प्रदेश में नौ विधायक हैं। खुद अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद हैं। अपना दल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के समय से केंद्र में एनडीए के साथ है। अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार (Narendra Modi) के पहले कार्यकाल में केंद्र में मंत्री भी रह चुकी हैं। हालांकि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला। साथ ही अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल को भी योगी सरकार में मंत्री पद नहीं मिला। आशीष पटेल अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एमएलसी हैं। सूत्रों के मुताबिक अपना दल (एस) को केंद्र और यूपी में कोई पद नहीं मिलने से पार्टी बीजेपी से नाराज भी चल रही है। पूर्वांचल में कुर्मी जाति पर पार्टी की अच्छी पकड़ मानी जाती है। अखिलेश यादव इसी का फायदा उठाकर अपना दल (एस) को अपने साथ लाना चाहते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अपना दल (एस) एनडीए की सहयोगी है और सपा से गठबंधन को लेकर अभी तक उसकी तरफ से किसी नेता का कोई बयान नहीं आया है।
Updated on:
02 Jun 2021 12:53 pm
Published on:
02 Jun 2021 12:35 pm
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