
यूपी में कर्मचारियों की हड़ताल से उत्पन्न हुए बिजली संकट पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री को पूरे मामले से अवगत कराया गया है। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के 22 नेताओं पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। इन लोगों के खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई होगी। इनमें से 6 को निलंबित किया जा रहा है।
बता दें कि यूपी में कर्मचारियों की हड़ताल से बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और मेरठ समेत कई शहरों में हड़ताल के पहले दिन ही जबरदस्त संकट पैदा हो गया। गोरखपुर और कानपुर में फैक्टरियों में उत्पादन ठप हो गया है।
लखनऊ में 50,000 से अधिक की आबादी प्रभावित
राजधानी की ही बात कर लें तो लखनऊ विश्वविद्यालय उप केंद्र से लोकल फॉल्ट के चलते सुबह 7:00 बजे लाइट गई थी, जो 3 घंटे 50 मिनट के बाद बहाल हो पाई। इसकी वजह से दस हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता यानी 50,000 से अधिक की आबादी प्रभावित हुई।
लखनऊ में रिजर्व पुलिस लाइन, पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का सरकारी आवास, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति का आवास, शिक्षकों के आवास, लखनऊ विश्वविद्यालय के हॉस्टल, निशातगंज, न्यू हैदराबाद, ओल्ड हैदराबाद, बाबूगंज तमाम जगहों पर बिजली की कटौती से लोग परेशान हैं।
लाइन काटने वालों को पाताल से भी खोज निकालेंगेः एके शर्मा
यूपी में 1 लाख बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का असर दिखने लगा है। कई जिलों में बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा है। इसके बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताल पर गए कर्मचारियों को चेतावनी दी है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हड़ताल के दौरान लाइन में फाल्ट करने वाले कर्मचारी जंगल, आसमान या फिर पाताल में भी छुपे हों, खोज निकालेंगे और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आपूर्ति को पूरे नियंत्रण में बताते हुए कहा कि प्रदेश में चार हजार मेगावाट सरप्लस बिजली है।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे का दावा है कि हड़ताल के चलते उत्पादन निगम की 1030 मेगावाट क्षमता की 5 इकाइयां ठप हो गई हैं। प्रदेश में कुल 1850 मेगावाट उत्पादन प्रभावित हुआ है। समिति ने बिजलीकर्मियों पर तोड़फोड़ के आरोपों का कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा कि बिजली कर्मी विद्युत संयंत्रों को अपनी मां की तरह मानते हैं और शांतिपूर्ण ढंग से हड़ताल कर रहे हैं।
योगी बोले-अराजकता फैलाने वाले वाले कर्मी होंगे सूचीबद्ध
सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में कहा कि अराजकता फैलाने वालों को सूचीबद्ध किया जाएगा। बिजली फीडर बंद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हाईकोर्ट सख्त, 20 को होगी सुनवाई
बिजली कर्मचारियों के हड़ताल के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कर्मचारी नेताओं को अवमानना नोटिस जारी किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, लखनऊ को वारंट तामील कराने के आदेश दिए हैं। अदालत ने कर्मचारी नेताओं को 20 मार्च को तलब किया है। हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया था कि यह हड़ताल हाईकोर्ट के उस पुराने आदेश के खिलाफ है, जिसमें कहा गया है कि बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए।
लखनऊ में हड़ताल में संविदा कर्मियों के शामिल होने से संकट और बढ़ गया है। हड़ताल के पहले दिन राजधानी का एक-चौथाई इलाका बिजली संकट की चपेट में रहा। बिल जमा होने का काम भी ठप हो गया। वहीं, वाराणसी में बिजली आपूर्ति चरमराने से पेयजल संकट पैदा हो गया। औद्योगिक क्षेत्र रामनगर में बिजली गुल रही। चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र में भी फॉल्ट व ट्रिपिंग की समस्या बनी रही। इससे औद्योगिक इकाइयों का उत्पादन प्रभावित हुआ है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 242 कर्मचारी बर्खास्त
हड़ताल के चलते पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 242 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। साथ ही छह एजेंसियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। देखें सूची
Published on:
18 Mar 2023 03:38 pm
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