
यूपी में बिजलीकर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। बिजलीकर्मियों के हड़ताल पर होने से अब उपभोक्ताओं के सब्र का बांध टूट गया है। कई जिलों में पॉवर सब स्टेशन के बाहर लोगों ने हंगामा करना शुरु कर दिया है। बिजली की आपूर्ति ना होने की वजह से मार्च के महीने में लोगों को मई- जून जैसे गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली की आपूर्ति ना होने से लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। इससे सरकार बैकफुट पर आ गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद ही इस मामले की कमान संभाल ली है। उन्होंने आज दोपहर इमरजेसी मीटिंग बुलाई।मुख्यमंत्री आवास पर बैठक में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और अफसर पहुंचे।
बिजली कर्मचारियों के हड़ताल बैठक में सीएम योगी ने एक शर्मा से जानकारी ली है। उन्होंने बिजली कर्मचारियों के हड़ताल के बारे में सीएम को विस्तार से बताया। इसके अलावा सीएम ने अफसरों से इस बारे में जानकारी ली।
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सैकड़ों कर्मचारियों को किया गया बर्खास्त
बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से नाराज ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा के आदेश पर राज्य में बड़ा एक्शन हुआ है। बिजली विभाग ने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सैकडों संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त की कर दी है। बिजली विभाग के कई सरकारी कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इसके साथ ही कर्मचारी उपस्थित नहीं करा पाने पर 7 एजेंसियों पर केस दर्ज किया गया है। वहीं काम नहीं करने वालों पर तत्काल FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिन एजेंसियों पर FIR हुई है उन्हें प्रतिबंधित भी किया गया है। अब भविष्य में निगम में ये एजेंसिया काम नहीं कर सकेंगी।
हड़ताल खत्म करने के लिए दिया गया निर्देश
यूपी पावर कारपोरेशन ने कई संगठनों को पत्र लिखकर हड़ताल खत्म करके काम पर लौटने का निर्देश दिया है। कारपोरेशन द्वारा भेजे गए पत्र में कहा है कि प्रदेश में एस्मा लागू है। ऐसे में हड़ताल और आंदोलन निषिद्ध है। हाइकोर्ट के आदेश का हवाला भी दिया है।
Updated on:
18 Mar 2023 01:22 pm
Published on:
18 Mar 2023 01:20 pm
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