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UP Assembly: मानसून सत्र में विपक्ष को करारा जवाब देगी भाजपा, CM योगी का मंत्र- तथ्य और उपलब्धियों से रखो पक्ष

UP Monsoon Session 2025: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा विधायकों और मंत्रियों को विपक्ष के हमलों का तथ्यों और उपलब्धियों के साथ करारा जवाब देने के निर्देश दिए हैं। सत्र में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेंट पर 24 घंटे विशेष चर्चा होगी।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Aug 11, 2025

विधानमंडल का मानसून सत्र आज से, ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ पर 24 घंटे होगी विशेष चर्चा फोटो सोर्स : Patrika

विधानमंडल का मानसून सत्र आज से, ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ पर 24 घंटे होगी विशेष चर्चा फोटो सोर्स : Patrika

UP Monsoon Session: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को साफ संकेत दिए कि सोमवार से शुरू हो रहे विधानमंडल के मानसून सत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विपक्ष के हर हमले का करारा, सशक्त और तथ्यों से भरपूर जवाब देगी। मुख्यमंत्री ने यह संदेश एनडीए विधायक दल की बैठक में दिया, जिसमें पार्टी के सभी मंत्रियों, विधायकों और सचेतकों को विपक्ष के संभावित मुद्दों और रणनीति के बारे में विस्तार से बताया गया।

सदन में पूरी तैयारी के साथ उतरने के निर्देश

योगी ने बैठक में साफ कहा कि विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश करेगा, जिसमें बेसिक स्कूलों की स्थिति, पेयरिंग की समस्या (शिक्षक नियुक्ति एवं समायोजन), खाद आपूर्ति, बिजली संकट और किसानों की समस्याएं प्रमुख रह सकती हैं। उन्होंने मंत्रियों और विधायकों को निर्देश दिया कि वे इन सभी विषयों पर सरकार की उपलब्धियों, आंकड़ों और योजनाओं के साथ पूरी तैयारी करके सदन में आएं, ताकि विपक्ष के आरोपों का ठोस जवाब दिया जा सके। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि "सदन में हमारा जवाब न केवल सशक्त होना चाहिए, बल्कि सकारात्मक भी। हम तथ्यों, आंकड़ों और जमीनी उपलब्धियों से विपक्ष को करारा उत्तर देंगे।"

‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ पर विशेष विजन डॉक्यूमेंट

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि इस सत्र में सरकार ‘विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ नामक विजन डॉक्यूमेंट पेश करेगी। यह डॉक्यूमेंट प्रदेश के विकास का रोडमैप है, जिसमें अगले 25 वर्षों के लक्ष्य, योजनाएं और रणनीतियां शामिल हैं। इस पर लगातार 24 घंटे चर्चा होगी, जिसमें भाजपा के विधायक और मंत्री प्रदेश की विकास यात्रा, उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं विस्तार से पेश करेंगे। मुख्यमंत्री ने आशंका जताई कि चर्चा के दौरान विपक्ष अवरोध उत्पन्न करने या वाकआउट करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन भाजपा को बिना विचलित हुए अपना पक्ष मजबूती से रखना होगा।

‘प्रदेश-2047’ पुस्तक का विमोचन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर ‘प्रदेश-2047’ शीर्षक से प्रकाशित एक विशेष पुस्तक का भी विमोचन किया। इस पुस्तक में 1950 से अब तक उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा का विस्तृत ब्यौरा, सांख्यिकीय आंकड़े और विभिन्न योजनाओं का विवरण शामिल है। यह पुस्तक भाजपा विधायकों को वितरित की गई है, ताकि वे सदन की चर्चा के दौरान इसमें दर्ज तथ्यों का उपयोग कर सकें। योगी ने कहा कि यह पुस्तक विपक्ष के भ्रामक दावों का प्रभावी जवाब देने में सहायक होगी।

विपक्ष के संभावित मुद्दे

  • बैठक में उन मुद्दों पर विशेष चर्चा हुई जिन पर विपक्ष सरकार पर निशाना साध सकता है। 
  • बेसिक स्कूलों की स्थिति: शिक्षकों की कमी, आधारभूत ढांचे की दिक्कतें, और शिक्षण गुणवत्ता से जुड़े सवाल।
  • पेयरिंग की समस्या: शिक्षक भर्ती और नियुक्तियों में लंबित मामलों पर विपक्ष के हमले की संभावना।
  • खाद आपूर्ति: किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराने को लेकर सवाल।
  • बिजली आपूर्ति: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कटौती के मुद्दे।
  • किसानों की समस्याएं: फसल नुकसान, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), सिंचाई की व्यवस्था आदि।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी विषयों पर सरकार की ओर से जवाबी आंकड़े, योजनाओं के परिणाम, और सुधार की दिशा में उठाए गए कदम स्पष्ट रूप से पेश किए जाने चाहिए।

सचेतकों को विशेष निर्देश

मुख्यमंत्री ने भाजपा के सचेतकों से भी मुलाकात की और उन्हें विपक्ष की संभावित रणनीति पर सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सचेतक समय-समय पर सभी विधायकों को विपक्ष के सवालों और बहस की दिशा के बारे में आगाह करते रहें, ताकि भाजपा की ओर से एकजुट और तैयार प्रतिक्रिया दी जा सके। योगी ने कहा कि "हमारा जवाब केवल पलटवार नहीं होना चाहिए, बल्कि एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ विकास और उपलब्धियों को सामने रखना चाहिए। यही जनता को संदेश देगा कि भाजपा सरकार केवल बातें नहीं, बल्कि काम कर रही है।"

सत्र में सरकार की रणनीति

  • भाजपा की रणनीति तीन मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित होगी
  • तथ्यों और आंकड़ों पर आधारित जवाब: हर आरोप का सटीक और प्रमाणिक उत्तर।
  • भविष्य की योजनाओं की प्रस्तुति: ‘विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ के विजन को जनता तक पहुंचाना।
  • सकारात्मक राजनीति: विपक्ष की नकारात्मक भाषा के जवाब में उपलब्धियों और विकास कार्यों को प्रमुखता देना।

जनता के लिए संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह भी मानना है कि विधानमंडल का सत्र केवल राजनीतिक बहस का मंच नहीं है, बल्कि जनता के लिए सरकार की उपलब्धियों को प्रस्तुत करने का भी अवसर है। उन्होंने विधायकों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की उपलब्धियों और विकास कार्यों को भी चर्चा में शामिल करें, ताकि जनता तक सकारात्मक संदेश पहुंचे।

विपक्ष बनाम सत्ता पक्ष: टकराव के आसार

विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही यह स्पष्ट है कि विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस होगी। विपक्ष की ओर से जहां शिक्षा, कृषि, बिजली और महंगाई जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे, वहीं भाजपा इन पर अपनी योजनाओं और उपलब्धियों का ब्योरा पेश करेगी। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह सत्र आने वाले महीनों के राजनीतिक माहौल को भी प्रभावित करेगा, क्योंकि विधानसभा और लोकसभा चुनावी रणनीतियों की पृष्ठभूमि में हर पक्ष अपनी छवि मजबूत करने की कोशिश करेगा।