2006 में बने एक्ट के तहत प्रावधान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत यह आदेश जारी किए गए हैं। आदेशों में कहा गया है कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक (विक्रय प्रतिषेध एवं निर्बन्धन) विनियम 2011 के विनियम 2.3.4 में पान मसाला और तंबाकू बैन करने का प्रावधान है। नियम के अनुसार, किसी भी भोजन में सामग्री के रूप में तंबाकू और निकोटीन के उपयोग पर प्रतिबंध है। इसलिए उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा के भीतर तंबाकू युक्त पान-मसाला/गुटखा के निर्माण/पैकिंग, वितरण और बिक्री पर आज से रोक लगा दिया गया है। नियम तोड़ने पर होगी जेल
1 जून के बाद उत्तर प्रदेश के दुकानों में पान मसाला और तंबाकू के पाउच एक साथ नहीं बेचे जाएंगे। अगर कोई दुकानदार तंबाकू या जर्दा के साथ पान मसाला बेचते हुए पकड़ा गया तो उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा, लगातार उल्लंघन करने पर जेल भी हो सकती है।