
फोटो सोर्स : पत्रिका
UP Weather Orange Alert: उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है, जिससे पूरे राज्य में लोगों को चौंका देने वाला मौसम बदलाव देखने को मिला है। बुधवार 21 मई की देर रात लखनऊ, कानपुर, बुंदेलखंड और कई अन्य जिलों में तेज बारिश, आंधी और धूल भरी हवाओं का दौर शुरू हुआ। जो गुरुवार और शुक्रवार को भी जारी रहा। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ओर से जारी चेतावनियों और अलर्ट के बीच मौसम की यह उथल-पुथल लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है।
लखनऊ और औद्योगिक नगरी कानपुर में बुधवार देर रात मौसम ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया। गुरुवार को लगभग 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली तेज हवाओं और धूल भरी आंधी के साथ मूसलाधार बारिश हुई। रात के सन्नाटे को चीरती बिजली की चमक और तेज गर्जना से माहौल भयभीत करने वाला हो गया। लखनऊ में लोगों ने बिजली गुल होने, पेड़ों के गिरने और सड़क पर जलभराव की समस्याओं का सामना किया। वहीं, हरदोई , सीतापुर , बस्ती और कानपुर में भी 45 मिनट में लगभग 14 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में हल्की गिरावट आई और गर्मी से कुछ राहत मिली। बस्ती में तीन दिन से बारिश देर रात हुई हैं। लखनऊ में भी गुरुवार रात शुक्रवार सुबह हल्की बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया हैं। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ रहा हैं गर्मी का एहसान होने लगा हैं लेकिन गनीमत यह हैकि हवा अभी चल रही हैं।
जहां लखनऊ और तराई क्षेत्र में बारिश राहत लेकर आई, वहीं बुंदेलखंड के कुछ हिस्सों में दोहरी मार देखने को मिली। एक ओर जहां झांसी और बांदा जैसे क्षेत्रों में तेज हवाओं और बारिश की खबर है, वहीं दूसरी ओर दिन में तेज धूप और पछुआ हवाओं की वजह से लू जैसे हालात बने रहे। दिन के तापमान में मामूली गिरावट होने के बावजूद गर्म हवाएं लोगों की परेशानियों को कम नहीं कर सकीं। बुंदेलखंड में दोपहर के समय पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में बन रहे चक्रवात और भूमध्य सागर से उठी नम हवाएं इस बदले हुए मौसम की मुख्य वजह हैं। इन हवाओं ने प्रदेश के वायुमंडल में नमी की मात्रा को बढ़ा दिया है, जिससे बारिश और आंधियों की संभावना भी बढ़ गई है। इन हवाओं की बदौलत ही प्रदेश में मानसून ने अपनी गति पकड़ ली है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की हवाओं के टकराव से वातावरण में लगातार नमी बनी रहेगी, जिससे तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग मौसम के रूप देखने को मिले। तराई क्षेत्र और पूर्वांचल (जैसे गोरखपुर, देवरिया, बस्ती) में पूर्वा हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई, जिससे वातावरण ठंडा हो गया। वहीं दूसरी ओर, बुंदेलखंड में गर्म पछुआ हवाओं ने लू की स्थिति पैदा कर दी। इस विषम परिस्थिति ने किसानों को भी चिंतित कर दिया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां धान और गन्ने की बुवाई का समय नजदीक है।
भारतीय मौसम विभाग, लखनऊ केंद्र ने बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर और सीतापुर समेत कई जिलों में ओले गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ये जिले पूर्वी उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आते हैं जहां अगले दो दिनों तक गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। IMD ने पूर्वी यूपी के 39 जिलों में 40–50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने, बिजली गिरने और तेज गर्जना की चेतावनी दी है।
लखनऊ मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 23 से 24 मई के बीच पूरे उत्तर प्रदेश में पूर्वा हवाएं चलेंगी। इस दौरान हल्की बारिश का दायरा और ज़्यादा जिलों तक फैलेगा। पश्चिमी यूपी (जैसे मेरठ, सहारनपुर) और पूर्वी यूपी (जैसे आजमगढ़, बलिया) दोनों क्षेत्रों में गरज-चमक और बूंदाबांदी की संभावना है। इससे तापमान में कुछ गिरावट तो आएगी, लेकिन उमस बनी रहेगी, जिससे लोगों को राहत के साथ-साथ असहजता भी महसूस हो सकती है।
बारिश, आंधी और ओलों के इस अचानक बढ़े असर ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। धान और गन्ना की नर्सरी के लिए चल रही तैयारियों पर पानी फिर सकता है। साथ ही आम और लीची की फसलें जो पकने की कगार पर हैं, उन्हें भी नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान घरों में ही रहें, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें, और बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
उत्तर प्रदेश में तेजी से बदलता मौसम केवल अस्थायी राहत ही नहीं, बल्कि सतर्कता का संदेश भी लेकर आया है। आंधी, बारिश, ओलावृष्टि और लू,इन सबका सम्मिलित प्रभाव सामान्य जीवन और कृषि व्यवस्था पर गहरा असर डाल सकता है।आने वाले दिनों में मौसम की हर चेतावनी को गंभीरता से लेना जरूरी है, ताकि जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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Published on:
23 May 2025 08:41 am
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