कानपुर शेल्टर होम कोरोना केस पर सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर शेल्टर होम (Kanpur Shelter Home) में 50 से अधिक नाबालिग लड़कियों के कोरोना संक्रमित होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई की। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट ने सरकार को इस मामले में हलफनामा दाखिल करने को कहा है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने आश्रय गृहों में कोविड-19 से बच्चों की सुरक्षा से संबंधित मामले की सुनवाई करते हुए अधिवक्ता गौरव अग्रवाल को एमिकस क्यूरिया के रूप में नियुक्त किया है।
यूपी के पांच शहर कोरोना में सबसे एक्टिव लखनऊ. यूपी में कोरोना के सबसे ज्यादा 1251 सक्रिय मामले गाजियाबाद में हैं। सक्रिय मामलों में दूसरे नम्बर पर नोएडा है जहां 1041 मरीजों का उपचार चल रहा है। तीसरे नंबर पर लखनऊ है जहां 602 मरीज भर्ती हैं। कानपुर नगर में 385 और मेरठ में 321 एक्टिव मामले हैं। जिन पांच जिलों में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं, उनमें आगरा 93, मेरठ 89, गाजियाबाद 62, कानपुर नगर 59 और फिरोजाबाद 29 शामिल हैं।
कांग्रेस प्रदेश कार्यकर्ताओं सहित गिरफ्तार लखनऊ. यूपी में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश की राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस कार्यकर्ता ज्ञापन देने के लिए पार्टी कार्यालय से बाहर निकले ही थे कि पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस पर कांग्रेसी नारेबाजी करने लगे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की पर वो नहीं माने जिस पर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ईको गार्डेन लेकर चली गई।
जेल से फरार 50 हजार का इनामी मुठभेड़ में ढेर वाराणसी. कानपुर की घटना के बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस अलर्ट मोड़ में है। पूर्वांचल के भदोही जिले में दो बदमाशों और पुलिस की मुठभेड़ में एक बदमाश ढेर हो गया, जबकि दो जवान घायल हो गए। भदोही के एसपी रामबदन सिंह के अनुसार भदोही जिले के सुरियावां निवासी दीपक उर्फ रवि पुत्र छोटेलाल बदमाश पर 50,000 हजार रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी वाराणसी की जेल से फरार था। इस पर भदोही जिले में 25,000 रुपये, अंबेडकरनगर में 15,000 रूपये और वाराणसी जिले में 10,000 रूपये का इनाम घोषित था।
आईआईटी बीएचयू पहुंचा कोरोना वाराणसी. वाराणसी में कोरोना का कहर कई नए क्षेत्रों में पहुंच रहा है। जिले में 25 नए लोगों में संक्रमण मिला है। इनमें कैंट डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) समेत रोडवेज के पांच कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आईआईटी बीएचयू के जूनियर एसिस्टेंट भी पॉजिटिव मिले हैं। 25 संक्रमितों में केवल तीन लोगों की कांट्रैक्ट हिस्ट्री है। अन्य लोगों के संक्रमण का पता नहीं चला है।
किस्तों में फीस लेने की मांग लखनऊ. लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के छात्रों ने एकमुश्त फीस जमा करने का विरोध शुरू कर दिया है। फीस कम करने और किस्तों में लेने की मांग को लेकर छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने मांग रखी है। विद्यार्थियों को 6 से 20 जुलाई तक ऑनलाइन फीस जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक वर्ष के विद्याार्थियों को 1,08,000 रुपये फीस जमा करनी है। विद्यार्थी एकमुश्त फीस जमा कराने का विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान चलाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन को ज्ञापन भेजा गया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में नई गाइ़डलाइल जारी प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट में खुली अदालत में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से सुनवाई के लिए हाईकोर्ट प्रशासन ने नई व्यवस्था जारी की है। नई व्यवस्था 13 जुलाई से लागू होगी। यह उन सभी वकीलों और वादकारियों के लिए है जो वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से अपने मुकदमे की बहस करना चाहते हैं। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से मुकदमा बहस करने के लिए हाईकोर्ट के गेट संख्या तीन ए, तीन बी और पांच के अलावा हाईकोर्ट मैदान के पवेलियन में केबिन बनाए गए हैं। ये केबिन हाईकोर्ट के इंटरनेट के जरिए जुड़े होंगे। इनके जरिए 30 कॉन्फ़्रेंसिंग सेशन एक साथ हो सकेंगे।
आगरा में राहत, कोरोना से थमीं मौतें आगरा. आगरा में संक्रमितों का आंकड़ा 1306 पहुंच गया है। वहीं ठीक होकर घर लौटने वालों की संख्या में तेज उछाल आया है। जिले में ठीक होने वालों की संख्या 1081 पहुंच गयी है। राहत की बात ये है तीन जुलाई के बाद कोरोना से कोई और मौत न होने से शहर में मृत्यु का आंकड़ा 90 पर थमा हुआ है।
प्रसपा की मीडिया टीम से अखिलेश विरोधी बाहर लखनऊ. समाजवादी पार्टी से निकटता बढ़ाने को माहौल तैयार करने में जुटे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल यादव ने मीडिया टीम से अखिलेश यादव विरोधियों की छुट्टी कर दी है। प्रसपा की जारी प्रवक्ताओं व पैनलिस्ट की सूची में मुख्य प्रवक्ता डॉ.सीपी राय, शारदा प्रसाद शुक्ला व सैय्यदा शादाब फातिमा जैसे करीब एक दर्जन नेताओं के नाम गायब होना यादव परिवार में एकजुटता की ओर अहम कदम माना जा रहा है।