उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पिपराइच इलाके के एक गांव में मदरसा स्थित है। मदरसे में गांव का ही एक 50 साल का व्यक्ति शिक्षक के तौर पर बच्चों को पढ़ाता है।
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शादीशुदा शिक्षक को सुनाया 10वीं की छात्रा से विवाह का फरमानगोरखपुर. उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पिपराइच इलाके के एक गांव में मदरसा स्थित है। मदरसे में गांव का ही एक 50 साल का व्यक्ति शिक्षक के तौर पर बच्चों को पढ़ाता है। इसी मदरसे में गांव की एक लड़की 10वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी। पहले से शादीशुदा व दो बच्चों के पिता शिक्षक ने छात्रा को अपने जाल में फंसा लिया। अपनी बेटी की उम्र की नाबालिग छात्रा से शिक्षक का बीते दो साल से अवैध संबंध चल रहा था। संबंध का भेद खुलने पर पंचायत बुलाई गई। पंचायत में पंचों ने नाबालिग से शिक्षक की शादी का फरमान सुना दिया। शिक्षक के पिता ने इसका विरोध किया। नाबालिग होने की वजह नहीं बल्कि इस बात से की शादी के बाद छात्रा और उससे होने वाले बच्चों को उनकी सारी प्रॉपर्टी मिल जाएगी। उन्होंने पंचों से कहा कि अपने हिस्से की आधी संपत्ति को शिक्षक को अपनी पहली पत्नी के बच्चे के नाम रजिस्टर्ड वसीयत करनी होगी उसके बाद ही वह निकाह की सहमति देंगे।
दुल्हन की उम्र पता लगने पर तोड़ दी शादीकानपुर. महोबकंठ थानाक्षेत्र के माधवगंज निवासी अलखराम की शादी थाना क्षेत्र के ही बीहट गांव की एक लड़की से तय हुई। 18 जून को शादी की तारीख है। करीब 15 दिन पहले अलखराम के पिता गयादीन ने महोबकंठ थाने में तहरीर देकर ग्रामीणों पर आरोप लगाया था कि देश की आजादी से आज तक माधवगंज में अनुसूचित जाति के लोगों की बरात निकासी घोड़ी पर नहीं हुई है। गांव के कुछ लोग दूल्हे को घोड़ी पर नहीं बैठने देना चाहते हैं। तहकीकात की गई तो सच कुछ और ही निकला। काशीपुरा के प्रधान प्रतिनिधि गजेंद्र सिंह ने कहा कि गांव में बारात कैसे निकलेगी इसको लेकर किसी का क्या लेना देना। अलखराम के चाचा हरिदास ने कहा कि कभी भी किसी समाज के दूल्हे को घोड़ी पर बैठने के लिए नहीं रोका गया। वधू की उम्र को लेकर विवाद हुआ तो अलखराम ने कहा कि लड़की के आधार कार्ड में 8 जून 2004 जन्मतिथि लिखी है, वही मार्कशीट में भी दर्ज है। प्रधान प्रतिनिधि गजेंद्र सिंह, बहादुर, भरत, सोनू ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर लड़की की उम्र आधार कार्ड के हिसाब से 17 साल दो दिन बताई गई है।
काशी विश्वनाथ धाम में लगेंगे नौ करोड़ फर्नीचरवाराणसी. काशी विश्वनाथ मंदिर सुंदरीकरण व विस्तारीकरण योजना के तहत बनाए जा रहे कॉरिडोर के भवनों में नौ करोड़ के फर्नीचर लगाए जाएंगे। मंदिर कार्यपालक समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में जूम बैठक में अफसरों ने इससे संबंधित प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। साथ ही इसे शासन को भी भेज दिया ताकि कार्य पूरा होने के साथ भवनों में फर्निशिंग का कार्य भी शुरू किया जा सके। कॉरिडोर में 24 भवन बनाए जा रहे हैं। इनका 55 फीसद काम पूरा हो गया है। इसमें 12 भवनों का स्ट्रक्चर खड़ा होने के साथ फिनिशिंग की जा रही है। यह सभी काम नवंबर तक पूरे किए जाएंगे। पहले इसके लिए अगस्त तक का ही समय तय था। कोरोना संकट के कारण काम की गति धीमी होने से इसे नवंबर तक विस्तारित करने का प्रस्ताव पहले ही शासन को दिया जा चुका है।