
यूपी में महागठबंधन बेअसर, प्रियंका का भी जादू नहीं चला, शुरुआती रुझानों में भाजपा को बढ़त
लखनऊ. लोकसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझान में उत्तर प्रदेश की 80 में से 55 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट बढ़त बनाये हुए हैं। 22 सीटों पर गठबंधन और मात्र एक सीट पर कांग्रेस पार्टी आगे चल रही है। अब तक आये रुझानों में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन का कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है, वहीं इस बार प्रियंका गांधी का जादू भी चलता नहीं दिख रहा है। फिलहाल यह शुरुआती रुझान हैं, अभी कई चरणों का चुनाव परिणाम आना है। ऐसे में अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि यूपी में गठबंधन बेअसर हो गया और यहां प्रियंका का कोई जादू नहीं चला। चुनाव परिणाम के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उत्तर प्रदेश में एनडीए अपना पिछला रिकॉर्ड (73) दोहराएगी या फिर गठबंधन फॉर्मूला हिट होगा।
उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए 26 साल बाद सूबे की धुर-विरोधी पार्टी सपा-बसपा का गठबंधन हुआ। 26 साल पहले 2 जून 1995 को गेस्ट हाउस कांड के बाद समाजवादी और बसपा का गठबंधन टूट गया था। उस वक्त लखनऊ के स्टेट गेस्ट हाउस में सपा समर्थकों ने मायावती के साथ बदसलूकी की थी।
2014 का चुनाव परिणाम
2014 में एनडीए ने 73 सीटें जीती थीं। इनमें 71 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और दो सीटें बीजेपी के सहयोगी पार्टी अपना दल ने जीती थीं। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पांच सीटें जीती थीं और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का खाता नहीं खुला था।
Published on:
23 May 2019 10:52 am
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