
यूपी समेत पूरे देश में अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर से अपनी सरकार और पार्टी भाजपा पर निशाना साधा। पीलीभीत सांसद वरुण गांधी लगातार सरकार अपनी पार्टी भाजपा के कई मुद्दों पर अपनी असहमति जता चुके हैं। और अक्सर पार्टी अपनी राय देते रहते हैं। उनकी इस अंदाज से भाजपा परेशान है। और बेहद असमंजस की स्थिति में है। अग्निपथ योजना पर आज वरुण गांधी ने एक और तंज अपनी सरकार से सवाल उठाते हुए कहाकि, अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नही हैं तो जनप्रतिनिधियों को यह ‘सहूलियत’ क्यूँ?
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने आज शुक्रवार को एक ट्विट किया, जिसमें लिखा कि, अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नही हैं तो जनप्रतिनिधियों को यह सहूलियत’ क्यूं? राष्ट्ररक्षकों को पेन्शन का अधिकार नही है तो मैं भी खुद की पेन्शन छोड़ने को तैयार हूं। क्या हम विधायक/सांसद अपनी पेन्शन छोड़ यह नही सुनिश्चित कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?
अग्निपथ योजना पर वरुण गांधी ने उठाया सवाल
इससे पूर्व भी सांसद वरुण गांधी अग्निपथ योजना पर सवाल उठाने वाले पहले व्यक्तियों में से थे। उन्होंने कहा था कि, अगर सरकार पांच साल के लिए चुनी जाती है तो युवाओं को सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा तक सीमित क्यों रखा जाना चाहिए।
लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हर किसी का अधिकार
वरुण गांधी ने अभी पिछले दिनों लिखा कि, जब किसान अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरे, तो वह “खालिस्तानी” थे, अब युवा सेना में भर्ती के लिए सड़कों पर आये हैं तो वह “जिहादी” हैं। ये युवा, भारत माता की सेवा की भावना से दधीचि की तरह अपनी हड्डियों को गलाते हैं और फिर सेना में नौकरी मिलती है। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हर किसी का अधिकार है।
जब एक नौजवान का सपना मरता...
वरुण गांधी ने आगे कहाकि, जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है। क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पुनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।
वरुण गांधी के बयान पर लोगों ने अपने विचार दिए। रणविजय सिंह ने कहाकि, विधायकों की मौज देखकर सांसद भी जलने लगे हैं।
वरुण सिंह ने कहाकि, जब अन्य को पेंशन नही,पूर्ण कालिक नौकरी नही तो जनप्रतिनिधियों भी पेंशन छोड़े सांसद वरुण गांधी जी को साधुवाद जिन्होंने युवाओं की परेशानी देखते हुये ये कदम उठाया,बाकी प्रतिनिधि पेंशन छोड़े ताकि रिक्त पदों पर पूर्णकालिक नौकरी दे सकें सरकार।
Published on:
24 Jun 2022 01:15 pm
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