6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कौन होगा यूपी बीजेपी का अगला प्रदेश अध्यक्ष, स्वतंत्रदेव के कैबिनेट मंत्री बनने से उठे सवाल

स्वतंत्रदेव सिंह चूंकि कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं लिहाजा यह तय है कि संगठन की कमान यानि प्रदेश अध्यक्ष किसी और को बनाया जाएगा। पार्टी अब किसे इन पद के लिए उचित मानती है ये तो नाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा लेकिन इतना तो तय है कि अध्यक्ष पद पर नियुक्ति से पहले बीजेपी जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण को ज़रूर ध्यान में रखेगी।

2 min read
Google source verification
कौन होगा यूपी बीजेपी का अगला प्रदेश अध्यक्ष, स्वतंत्रदेव के कैबिनेट मंत्री बनने से उठे सवाल

कौन होगा यूपी बीजेपी का अगला प्रदेश अध्यक्ष, स्वतंत्रदेव के कैबिनेट मंत्री बनने से उठे सवाल

यूपी में बीजेपी की सरकार बन गयी जिन्हें मंत्रिपद की शपथ लेनी थी उन्होंने ले भी ली। मंत्रिपद की शपथ लेने में स्वतंत्रदेव सिंह का भी नाम शामिल था। अब स्वतंत्रदेव सिंह चूंकि कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं लिहाजा यह तय है कि संगठन की कमान यानि प्रदेश अध्यक्ष किसी और को बनाया जाएगा। पार्टी अब किसे इन पद के लिए उचित मानती है ये तो नाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा लेकिन इतना तो तय है कि अध्यक्ष पद पर नियुक्ति से पहले बीजेपी जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण को ज़रूर ध्यान में रखेगी।

आपको बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले केशव प्रसाद मौर्य को यूपी बीजेपी की कमान सौंपी गयी थी तो वहीं 2022 विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी स्वतंत्रदेव सिंह पर भरोसा जताया। ये दोनों ही पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते थे। और दोनों ही विधानसभा चुनावों में परिणाम पार्टी के पक्ष में रहा।

यह भी पढ़ें: Yogi Government 2.0: यूपी के 20 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे, 39 करोड़पति, 9 मंत्री ग्रैजुएट तक नहीं

जबकि 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले लक्ष्मीकांत बाजपेयी और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी डा. महेंद्रनाथ पांडेय को यूपी बीजेपी की कमान सौंपी गयी थी। ये दोनों चेहरे अगड़ी जाति से आते थे और पार्टी का ब्राह्मण चेहरा थे। इन चुनावों में भी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। अब सवाल ये है कि 2024 को ध्यान में रखकर रणनीति तैयार कर रही बीजेपी, पार्टी अध्यक्ष पद के लिए किस वर्ग के चेहरे को यूपी की कमान सौंपेगी।

यह भी पढ़ें: भारतवर्ष 2029 में बनेगा हिन्दू राष्ट्र, योगी आदित्यनाथ होंगे पहले प्रधानमंत्री, ज्योतिषाचार्य की भविष्यवाणी

मंत्रिमण्डल में नहीं दिखी संगठन की हनक

2017 के योगी मंत्रिमण्डल की बात करें तो कैबिनेट में 22 मंत्रियों में से सिर्फ पांच ऐसे थे, जो बीजेपी कोर कैडर या विचारधारा के नहीं थे बल्कि दल बदल कर बीजेपी में शामिल हुए थे। लेकिन इस बार स्थितियाँ काफी अलग हैं। इस बार 16 कैबिनेट मंत्रियों में से आधे यानि आठ मंत्री बीजेपी विचारधारा के नहीं हैं बल्कि बाहरी है।