
महासमुंद. छग माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं के तहत सोमवार से शुरू हुई 10वीं बोर्ड परीक्षा के पहले ही दिन गणित की परीक्षा के दौरान जिले में एक प्रकरण दर्ज हुआ। बागबाहरा ब्लॉक के बोडऱीदादर स्कूल में एक छात्र मोबाइल लेकर परीक्षा देने बैठा था, जो जिला स्तरीय निरीक्षण दल की पकड़ में आ गया।
परीक्षा केन्द्र में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है। परीक्षार्थियों के लिए जारी परीक्षा संबंधी निर्देर्शों में इसका स्पष्ट उल्लेख है। इसके बावजूद वह छात्र अपने साथ न केवल मोबाइल लेकर परीक्षा देने गया, बल्कि परीक्षा के दौरान भी अपने पास मोबाइल रखा हुआ था। इस बीच नकलरोधी जिला स्तरीय निरीक्षण दल क्रमांक-3 ने वहां दबिश दी। दल प्रभारी वीपी चौबे (उपसंचालक कृषि) ने निरीक्षण के दौरान उक्त छात्र के पास से मोबाइल बरामद किया।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह छात्र मोबाइल का उपयोग नकल सामग्री के रूप में कर रहा था या नहीं, लेकिन जब मोबाइल ही प्रतिबंधित है तो इसका उपयोग कर रहा था या नहीं कर रहा था, यह सवाल कोई मायने नहीं रखता। वह छात्र अधिकारियों से कहता रहा कि उससे गलती हो गई, वह धोखे से मोबाइल ले आया, उसने नकल नहीं की है, लेकिन नियमानुसार उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। इस साल का यह पहला मामला है।
पहले ही दिन 355 परीक्षार्थी अनुपस्थित
परीक्षा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार दसवीं की परीक्षा में पहले ही दिन 355 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जिले के 107 परीक्षा केन्द्रों में दर्ज 15724 छात्र-छात्राओं में से 15369 छात्र-छात्राएं परीक्षा में उपस्थित हुए। परीक्षा सुबह 9.15 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक चली। पहले दिन गणित का पर्चा था। अधिकतर छात्र-छात्राएं गणित में कठिनाई महसूस करते हैं और इस विषय में नकल की आशंका भी बनी रहती है। इसे देखते हुए निरीक्षण दल पहले ही दिन सघन निरीक्षण में रहे।
परीक्षा केन्द्र पहुंचे विधायक चोपड़ा
75 प्रतिशत उपस्थिति नहीं होने के कारण परीक्षा के ऐन पूर्व शासकीय आशीबाई गोलछा कन्या उच्च. माध्य. विद्यालय की 10वीं की 34 छात्राओं का प्रवेश पत्र निरस्त कर दिया गया था, उन्हें परीक्षा में बैठने दिया गया। उक्त छात्राओं और उनके पालकों ने इस संबंध में विधायक डॉ. विमल चोपड़ा को अपनी समस्या से अवगत कराया था। इस पर विधायक ने शिक्षाधिकारियों को अपने कार्यालय बुलाकर बात की थी।
इस पर जिला शिक्षाधिकारी ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों से बात कर रास्ता निकालने छात्राओं को आश्वस्त किया था। सोमवार को परीक्षा के पूर्व विधायक ने परीक्षा केन्द्र शिशु संस्कार केन्द्र पहुंच कर केन्द्राध्यक्ष एचके आचार्य से चर्चा की। आचार्य ने बताया कि छात्राओं को बोर्ड के आदेशानुसार परीक्षा में बैठने दिया जा रहा है। प्रवेश पत्र पुन: जारी किया जाएगा। विधायक ने परीक्षा पूर्व कक्षाओं में जाकर छात्राओं से भी समस्या के संबंध में पूछ परख की।
Updated on:
06 Mar 2018 09:15 am
Published on:
06 Mar 2018 09:13 am
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