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10 सूत्री मांगों को लेकर किसानों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने 10 सूत्री मांगों को लेकर हजारों किसानों ने तहसीलदार आवास के सामने परिसर में धरना प्रदर्शन किया

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deepak dilliwar

Jan 05, 2017

farmer protest

farmer protest

महासमुंद. बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने 10 सूत्री मांगों को लेकर हजारों किसानों ने तहसीलदार आवास के सामने परिसर में धरना प्रदर्शन किया। प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताते हुए जमकर नारेबाजी करते हुए कलक्टोरेट तक रैली निकाली और कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।

किसान मोर्चा के संचालक सदस्य राजेंद्र चंद्राकर ने कहा कि किसानों के सपनों का प्रदेश छत्तीसगढ़ नहीं बन पाया है। नोटबंदी के चलते किसान हताश और निराश हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियां किसान विरोधी है। सब्जियों का उचित दाम नहीं मिलने से किसानों की कमर टूट रही है। लागत के बराबर आय नहीं मिल रही है। श्रीधर चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान आत्महत्या कर रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में रमन सरकार को किसान उखाड़ फेंकेंगे। जागेश्वर दाना ने कहा कि किसानों को फर्जी बिजली बिल पकड़ाया जा रहा है। खाद-बीज का दाम अधिक वसूला जा रहा है। किसानों का दाना-दाना खरीदने वाली सरकार अपने वादे से मुकर गई है। दीनदयाल वर्मा ने कहा कि 25 फीसद से अधिक किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिला। चार सरकारी एवं 22 प्राइवेट बीमा कंपनियां किसानों को लूट रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार प्राइवेट कंपनियों को लाभ पहुंचा रही है। अनिल दूबे ने कहा कि बसना में वीर नारायण सिंह की प्रतिमा को उखाड़ फेंका गया, लेकिन प्रशासन मौन है। वहीं बिसन चंद्राकर ने कहा कि नोटबंदी के कारण किसानों को खाद बीज नहीं मिल रहा है।

सरकार की नीतियां किसान विरोधी
सरकार सिर्फ लोक लुभावन वादा कर रही है। धान खरीदी केंद्रों से किसानों ने धान भराई के नाम पर पैसा लिया जा रहा है। मृत्युंजय पटेल ने कहा भाजपा सरकार सिर्फ शराब माफिया को लाभ पहुुंचा रही है।