बाइक चोर गैंग के सदस्यों ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए कानपुर को चुना है। यह बात महोबा की कबरई थाना पुलिस की हिरासत में बैठे बाइक चोर गैंग के दो सदस्यों को पकडऩे बाद पता चला है।
आरोपियों ने बताया कि उनका गैंग शातिराना तरीके से बाइक चोरी को अंजाम देते थे साथ ही कबरई क्षेत्र में आने वाले ट्रक चालकों के साथ भी ठगी की वारदातों को अंजाम दिया करता था। इस गैंग का मास्टर माइंड सुनील पहले से ही जेल में है जबकि दो अन्य बाइक चोर अभी भी फरार हैं।
कबरई थाना के गांव वृन्दावन खोड़ा का रहने वाला चंद्रभान यादव और किदवई नगर का रहने वाला अली मोहम्मद कानपुर से बड़े ही चालाकी से मास्टर चाबी के जरिये होटल, कचहरी,अस्पताल और बस स्टॉप के समीप खड़ी बाइकों पर अपना हाथ साफ करते हैं।
गैंग का सबसे शातिर बदमाश चंद्रभान पूर्व एसएचओ बलजीत को खुद को पकडऩे की खुली चुनौती पेश कर चुका है। चंद्रभान बाइक चोरी की वारदातों को लेकर 50 से ज्यादा सिम कार्ड इस्तेमाल करता था। एसपी एन0 कोलांचि ने पकड़े गए आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया और जानकारी देते हुए बताया कि सभी आरोपी बाइक चोरी को अंजाम देने के बाद उनके नंबर बदलकर जनपद सहित आस-पास के क्षेत्र में बेंच दिया करते थे।
महोबा के खन्ना थाना ग्योडी गांव का रहने वाला अमित जयकरन ओर सुनील कानपुर से चोरी की बाइक लेकर के खोड़ा रपटा के पास झाडिय़ों में छिपा कर रखते थे। पुलिस ने सभी बाइकों को बरामद कर लिया है।