
यूपी के महाराजगंज में छिपा खजाना
UP Eco-Tourism Tourist Destinations: उत्तर प्रदेश में प्रकृति और पर्यटन को बढ़ावा देने की लिए बड़ी पहल की जा रही है, जहां यूपी के महाराजगंज क्षेत्र में दर्जिनिया ताल को एक नए इको टूरिज्म स्थल के रूप में बनाया जा रहा है। यह जगह हिमालय की तराई में बसी हुई है और नेपाल सीमा से सटी होने के कारण पहले से ही प्राकृतिक रूप में बहुत ही खास माना जाता है। आने वाले समय में दर्जिनिया ताल प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार पर्यटन स्थल भी बन सकता है।
दर्जिनिया ताल सिर्फ एक जलाशय नहीं है, बल्कि यहां कई प्रजातियां और पर्यावरण को संरक्षण भी मिलता है। यहां वाइल्ड लाइफ को करीब से देखने और समझने की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यह ताल खासतौर पर मगरमच्छों के लिए जाना जाता है। पर्यटक यहां ताल के किनारे मगरमच्छों को धूप सेंकते हुए आसानी से देख सकेंगे, जो अपने आप में एक रोमांचक लगता है।
इस क्षेत्र में कई प्रजातियों के पक्षी भी देखने को मिलते हैं। लिटिल एग्रीट, कॉरमोरंट, वॉटर हेन जैसे पक्षियों की चहचहाहट पूरे वातावरण में आनंद और खुशी घोल देता है। चारों ओर से फैली हरियाली और साफ मौसम में दूर तक दिखाई देने वाली हिमालय की चोटियां से पर्यटकों को यहां ठहरकर प्रकृति को महसूस करने के लिए मजबूर कर देती हैं।
यह स्थल करीब 03 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित हो रहा है, जहां लगभग 400 पौधे लगाए जा रहे हैं। पर्यटकों के बैठने, रुकने और समय बिताने के लिए कई तरह की सुविधाएं भी बनाई जा रही है। लोगों का मानना है कि जब तक पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं कराई जाती है , तब तक इको टूरिज्म का सही तरह से विकास संभव नहीं है।
दर्जिनिया ताल के विकसित होने से अंतर्राज्यीय पर्यटन में भी इसकी पहचान बनेगा । इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा मिलेंगे और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को काफी मजबूती मिलेगी। दर्जिनिया ताल में अब बेहतरीन पर्यटन बनाने जा रहा है ,जहां प्रकृति, पर्यटन और रोजगार एक साथ आगे बढ़ सकते हैं।
Updated on:
18 Dec 2025 03:24 pm
Published on:
18 Dec 2025 03:23 pm
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