सीमावर्ती क्षेत्र के खास कर भारतीय सीमा के किशान खरीफ की बुआई के लिए परेशान हैं, खाद के लिये मारा मारी मची हुई है। वहीं प्रतिदिन दो से तीन ट्रक खाद जिगिना और जमुहानी मे उतरता है और देर शाम तक खाद बार्डर पर चला जाता है । क्षेत्र के बड़े किसानों के नाम की आड़ मे खाद को सबके सामने पिकअप पर लादकर बार्डर की रेहरा गांव में स्थित अवैध गोदामों मे जमा किया जाता है और वहीं से साइकिल कैरियरो की फौज द्वारा पगडंडी रास्ते से देर शाम तक खाद नेपाली सीमा मे पहुंचाया जाता है।