उज्जैन. बाबा महाकाल की नगरी में महाशिवरत्रि पर्व पर फिर कीर्तिमान रचते हुए रेकॉर्ड 18 लाख 82 हजार 229 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए। शिव ज्योति अर्पणम् कार्यक्रम के तहत त्रिभुवन वंदिता व मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के तट 21 लाख दीपक जलाए गए, इनमें से गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रेकॉर्ड के लिए 18,82,229 लाख दीपक एक साथ जलाने का रेकॉर्ड दर्ज हुआ। इसकी घोषणा गिनीज बुक के एग्जीक्यूटर स्वप्निल डंगरेकर ने कही। उन्होंने कहा कि चूंकि रेकॉर्ड को पांच मिनट तक जलते रहना जरूरी है, इसलिए उज्जैन ने 18 लाख 82 हजार 229 लाख प्रज्ज्वलित दीप का रेकॉर्ड बनाया है। एक साथ लाखों दीपक जलाने के लिए सुबह से ही करीब 20 हजार स्वयंसेवक लगे थे। शाम 7.30 बजे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दीपक प्रज्ज्वलित करने के साथ शिप्रा तट पर लाखों दीपक झिलमिला उठे।
अयोध्या के 15.76 लाख दीपों का रेकॉर्ड तोड़ा
अवंतिका नगरी में शिव ज्योति अर्पणम् के तहत रेकॉर्ड 18,82,229 दीपक प्रज्ज्वलित कर पिछले साल बनाए 11 लाख 71 हजार 78 लाख दीपों का रेकॉर्ड तोड़ दिया। साथ ही अयोध्या में देव दिवाली पर बने 15.76 लाख दीपों के वल्र्ड रेकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया गया।
महाशिवरात्रि पर 8 लाख भक्तों ने किए दर्शन, आज दोपहर में भस्मारती
महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल के दर्शन को लेकर जनसैलाब उमड़ा। शनिवार रात 2 बजे से शुरू हुए दर्शनों के सिलसिले में रात 12 बजे तक करीब 8 लाख दर्शनार्थियों ने बाबा के दर्शन किए। महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन रविवार दोपहर 12 बजे भस्मारती होगी।
शिव ज्योति अर्पणम्
– शिप्रा तट के 6 सेक्टरों में बांट कर 21 लाख दीपक लगाए
– घाट पर लगे दीपक की गिनती एक दिन पहले ही की गई।
– शाम 7.30 बजे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने 11 दीप प्रज्ज्वलित किए।
– घाट पर 10 मिनट के भीतर 21 लाख दीपक जलाए गए।