मंडला. बाघ, हिरण, भालू मोर तो सभी जानते हैं। लेकिन अब छोटे वन्य प्राणियों की जानकारी भी कान्हा नेशनल पार्क पहुंचने वाले पर्यटकों को मिल सकेगी। कान्हा नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों को कान्हा से रूबरू कराने वाले गाइडों की अहम भूमिका रहती है। पार्क आने वाले पर्यटक गाइड के आधार पर दी जाने वाली जानकारी से अवगत होते हैं। इस लिहाज से गाइडों के लिए भी पार्क खुलने के पहले रिफ्रेशर कोर्स कराया जाता है। इस कोर्स में अलग-अलग चरण में गाईडों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कान्हा के मुक्की और खटिया सेंटर में 176 गाइडों को कान्हा क्षेत्र के नेचरलिस्ट ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कान्हा के गाईडों के लिए आयोजित प्रशिक्षण के लिए पार्क अधीक्षक किसली संजीव कुमार शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। बता दें कि अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग जोन के गाइडों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जानकारी अनुसार कान्हा पार्क आने वाले देशी, विदेशी पर्यटकों को कान्हा से रूबरू कराने गाइडों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के बाद गाइड भी रिफ्रेश हो जाएंगे और एक नई उमंग के साथ कान्हा पार्क में आने वाले पर्यटकों को कान्हा की विशेषताओं से अवगत कराएंगे। कान्हा के 176 गाइडों को पांच बैच के माध्यम से अलग-अलग तिथि में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नेचरलिस्ट ट्रेनर द्वारा गाइडों को 6 मॉड्यूल के आधार पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही उनसे उनकी समस्या के बारे में भी जाना जा रहा है कि किस तरह पर्यटकों के साथ उन्हें समस्या आती है। गाईड अपने अनुभव भी शेयर कर रहे है।
नई उमंग के लिए चल रहा प्रशिक्षण
बता दे कि गाइड प्रशिक्षण में पांच बैच बनाए गए है। इन बैचों में शामिल प्रत्येक बैच में शामिल गाइडों को दो दिवसीय प्रशिक्षण है। जिसमें प्रथम बैच का प्रशिक्षण मुक्की रेंज के 34 गाइड को 15 व 16 सितंबर को मुक्की में प्रशिक्षण दिया गया। द्वितीय बैच में मुक्की, फेन और खापा जोन के 34 गाइड को 17 व 18 सितंबर को मुक्की सेंटर में प्रशिक्षण दिया गया। खटिया, सरही और प्रशिक्षित गाइड के प्रथम बैच के 36 गाइड को खटिया सेंटर में 19 व 20 सितंबर को प्रशिक्षण दिया गया। द्वितीय बैच में खटिया जोन के 36 गाइड को खटिया सेंटर में 27 व 28 सितंबर को प्रशिक्षण एवं तृतीय बैच में खटिया जोन के 36 गाइड को खटिया सेंटर में 29 व 30 सितंबर को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गाइडों को दी जा रही जीवों की जानकारी
प्रशिक्षण दे रहे नेचरलिस्ट ट्रेनर ने बताया कि गाइडों को छोटे जानवर, तितलियों, सर्प समेत अन्य जीवों की जानकारी से अवगत कराया जा रहा है। कान्हा आने वाले पर्यटक बाघ के बारे में तो जानते हैं पर छोटे जीवों की जानकारी से अवगत कराया गया। गाइडों को नेचरलिस्ट ट्रेनर द्वारा ट्रेनिंग में गुर बताए गए। ट्रेनिंग के दौरान गाइडों को यह जानकारी भी दी गई कि वे आने वाले पर्यटकों से किस तरह का व्यवहार करें। उनसे कैसे बात करें। वे क्या बोलते हैं, उन्हें किस तरह जवाब देना है। गाइड टैक्निक्स बताई गई। गाइड से चर्चाएं की गई।
मॉड्यूल के आधार पर दिया जा रहा प्रशिक्षण
कान्हा के गाइडों को मॉड्यूल के आधार पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे गाइड पर्यटकों के साथ अच्छा तालमेल बना सके और पर्यटकों को कान्हा की खूबियों से अवगत करा सके। मॉड्यूल के आधार पर गाइडों को व्यक्तित्व विकास, पक्षियों का परिचय, वनस्पति और प्रबंधन पहलुओं का परिचय, इको पर्यटन से जिम्मेदार पर्यटन, भौगोलिक और भू वैज्ञानिक पहलू के विभिन्न प्रकार, प्राथमिक चिकित्सा के साथ संपूर्ण मॉड्यूल को विस्तार से समझाया जा रहा है।