मंडला. पटवारियों ने कलेक्टर पर अभद्रता के आरोप लगाए हैं। जिसपर कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना ने बताया कि यह आरोप असत्य एवं निराधार है। उन्हाेंने बताया कि शुक्रवार के दिन डाइट मंडला में 2018 से लंबित वनाधिकार पट्टों के निराकरण के लिए वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, सचिव एवं पटवारी के लिए प्रशिक्षण रखा गया था। इस दिन पटवारियों का राज्य स्तरीय सामूहिक अवकाश पर होने के बावजूद कुछ पटवारी जनहित को ध्यान में रखते हुए इस प्रशिक्षण सह कार्यशाला में शामिल हुए। पटवारी गीतू बैरागी द्वारा प्रशिक्षण में शामिल हुए अन्य पटवारियों को गेट पर खड़े होकर प्रशिक्षण में शामिल होने से रोका गया। कलेक्टर ने बताया कि पटवारी बैरागी द्वारा किया गया यह कृत्य शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की श्रेणी में आता है जो कि दांडिक अपराध भी है। कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना ने बताया कि उक्त संबंध में स्पष्टीकरण देने के लिए पटवारी बैरागी को कलेक्टर कार्यालय में बुलाकर समझाइश दी गई, लेकिन उन्हाेंने स्पष्टीकरण का जवाब देने के स्थान पर स्वयं को बचाने के लिए निराधार एवं असत्य कहानी बनाई। साथ ही अच्छे कार्य करने वाले पटवारियों को भी गुमराह करते हुए झूठी एवं निराधार बातें कही। कलेक्टर डॉ सिडाना ने बताया कि इस घटनाक्रम के दौरान कलेक्टर कार्यालय में एडीएम मीना मसराम एवं एसएलआर भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश पटवारी संघ जिला इकाई ने शनिवार को मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, प्रमुख सचिव, आयुक्त भू-अभिलेख एवं कमिश्नर जबलपुर के नाम ज्ञापन सौंपा है। पटवारियों का कहना है कि भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त शासन कमिश्नर संभाग जबलपुर को समान कार्य समान वेतन सीमांकन कार्य 2800 ग्रेड पे और प्रदेश के अन्य जिलो में कार्यरत पटवारियों के विरूद्ध हुई निलंबन कार्यवाहियों को वापस लेने संबंधी मांग को लेकर प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ जिलें में भी सभी तहसीलों में तहसील अध्यक्षों के नेतृत्व में सभी पटवारियो ने अपनी अपनी तहसील में 23 मई को तहसीलदार को ज्ञापन दिया था। ज्ञापन में 25 मई से 27 मई तक के सामूहिक अवकाश लिए जाने का भी स्पष्ट उल्लेख किया गया था। पटवारी संघ के गीतेन्द्र बैरागी ने बताया कि कलेक्टर जनजातीय कार्य विभाग मंडला द्वारा वनाधिकार पट्टों के अतंर्गत पीडीए सर्वेक्षण कार्य का प्रशिक्षण इसी बीच शुक्रवार शाम 4 बजे रखा गया। चूंकि प्रदेश के अन्य जिलों के साथ जिले के भी पटवारी सामूहिक अवकाश में होने के कारण आयोजित प्रशिक्षण में उपस्थित नहीं हुए। गीतू बैरागी है कि जिसपर कलेक्टर नेे बुलाने पर कलेक्टर के पास पहुंचा। कलेक्टर ने मुझसे घटना क्रम पूछा तो मैने उन्हें विनम्रतापूर्वक जिले की तहसीलों में दिए गए ज्ञापन एवं सामूहिक अवकाश की बात बताते हुए पटवारियों के प्रशिक्षण में उपस्थित न रहने का कारण बताया। अत्यधिक अभद्र व्यवहार किया गया।