17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंडला

video story:-बम्हनी में पेयजल की समस्या, नाले का पानी पीकर ग्रामीण हो रहे बीमार

ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार

Google source verification

मंडला. जनपद पंचायत मंडला की ग्राम पंचायत बम्हनी में पेयजल संकट भीषण रूप धारण करता रहा है। हालात यह है कि अब आधे से ज्यादा गांव सुबह से ही पानी का घड़ा लेकर यहां वहां भटकते दिखाई दे रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम बम्हनी वार्ड नं 1 मोहल्ला चीता कोन्हा में हैंडपम्प के लिए पूर्व में बोरिंग कराया गया जिसमें गंदा पानी निकल रहा है जिसे पुन: हैंडपम्प के लिए बोरिंग कराया जाए।ग्रामीण ने अपने शिकायत पत्र में मांग करते हुए बताया कि हम सभी ग्रामवासी ग्राम बम्हनी वार्ड नं 1 चीता कोन्हा तहसील घुघरी जिला मण्डला के स्थायी निवासी है। पूर्व में ग्राम बम्हनी वार्ड नं. 1 मोहल्ला चीता कोन्हा में हेंडपम्प के लिए बोरिंग कराया गया जिसमें गंदा पानी निकल रहा है। हैंडपम्प से गंदा पानी निकलने के कारण ग्रामवासियों को पीने के पानी की बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।वार्ड नं. 1 के ग्रामवासियों को पीने का पानी नाला से लाना पड़ता है। नाला का पानी भी गंदा रहता है गर्मियों के दिनों में नाला का पानी सूख जाने के कारण ग्रामवासियों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। अन्य घरेलू कार्य के लिए भी पानी की बहुत ही समस्या है। ग्राम बम्हनी वार्ड नं. 1 मोहल्ला चीता कोन्हा में हेन्डपम्प के लिएु पूर्व में बोरिंग कराना चाहते है। जिससे पीने के पानी की समस्या का समाधान हो सके। वार्ड क्रमांक 1 चीता कोन्हा टोला में पुन: बोरिंग कराने की मांग की गई है।

नाला का पानी पीने से बच्चे बीमार हो रहे है। हमने कई बार अधिकारियों को इस समस्याओं से अवगत कराया है लेकिन आज तक निराकरण नहीं किया गया।

हरियर बाई, ग्रामीण
पानी की समस्या से आए दिन जूझ रहे हैं। हम अपने लड़के बच्चों को घर में ही छोड़ कर पानी के लिए नाला जाते हैं जिससे कई तरह की परेशानी हो रही है।

बत्ती बाई, ग्रामीण
विगत दिनों पहले विकास यात्रा जरूरी निकाली गई लेकिन हमारे गांव का विकास आज भी जस का तस दिखाई दे रहा है। इस पर न तो जनप्रतिनिधि ध्यान देते हैं और न ही जिला प्रशासन ध्यान देता है।

राम सिंह, ग्रामीण
कई बार शिकायत की गई लेकिन समस्या का आज भी निराकरण नहीं हुआ। जबकि 4 से 5 बार जनसुनवाई में आवेदन जाकर देते आ रहे है लेकिन सिर्फ और सिर्फ कागजी कार्रवाई चल रही है।

मूल सिंह मरावी, ग्रामीण