20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंडला

video story :- आदर्श बच्चा बनकर अपने माता-पिता, समाज का नाम करें रोशन

उत्कृष्ट समर कैंप का समापन, 70 से अधिक बच्चे हुए शामिल

Google source verification

मंडला. ब्रह्माकुमारी संस्थान के युवा प्रभाग द्वारा आयोजित उत्कृष्ट समर कैंप का समापन कार्यक्रम रखा गया। यह कैंप ब्रह्माकुमारीज मार्ग, बस स्टैंड के पीछे स्थित विश्व शांति भवन के सभागृह में संपन्न हुआ। इसके साथ मातृ दिवस के उपलक्ष्य पर भी कार्यक्रम रखा गया।

कार्यक्रम में मंडला क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, पड़ाव वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं प्राचार्य, बिंझिया स्कूल से बहन कल्पना नामदेव, समाजसेविका अर्चना जैन, पतंजलि से योग प्रशिक्षिका अर्चना देशमुख एवं समर कैम्प में उपस्थित 70 से अधिक बच्चे, उनके परिजन उपस्थित रहे। ममता दीदी ने सभी बच्चों को आगे बढ़ने का आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि हमेशा हर दिन की शुरुआत परमपिता परमात्मा को याद कर करनी है। हमेशा सभी को ऊंचा व्यक्तित्व बनाना है और एक आदर्श बच्चा बन माता-पिता, समाज और देश का नाम रोशन करना है। इसके साथ माताओं को मातृ दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज और परिवार को सशक्त बनाने के लिए माताओं का योगदान बहुत जरूरी होता है। ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने बताया कि यह समर कैंप 8 मई से 14 मई तक चला जिसमें 70 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। 7 दिन के समर कैम्प में बच्चे बहुत उमंग उत्साह के साथ समर कैंप में पहुंचे, जहां सभी ने ईमानदारी, आज्ञाकारी, आदर आदि विषयों के बारे में विभिन्न टीचर्स के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त किया।

, इसके साथ साथ मूल्यनिष्ठ गेम्स, म्यूजिकल एक्सरसाइज, डांस और प्रतियोगिता भी सम्पन्न हुई। आध्यात्मिक और बौद्धिक विकास की जानकारी प्रदान की गई। सभी को जिला पुरातत्व संग्रहालय भी घुमाया गया।

अर्चना जैन ने सभी को मातृ दिवस की शुभकामनाएं दी और समर कैम्प में उपस्थित बच्चों को बताया कि हमेशा सच बोलना चाहिए और बड़ो का आदर करना चाहिए। अर्चना देशमुख जी ने कहा की सभी ने जो भी इस समर कैम्प में अच्छी बाते सीखी है उसे अपने जीवन मे हमेशा धारण करना है। बहन कल्पना नामदेव ने कहा कि मां के लिए सिर्फ एक दिन नहीं होता बल्कि माताओं का हर दिन होता है। मां के द्वारा ही हम इस संसार का ज्ञान प्राप्त करते हैं।