22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अपनों की मौत के बाद भी अब तक नहीं मिला सरकार से कोई सहारा

नगरपालिका के चक्कर लगा रहे आवेदक

3 min read
Google source verification
अपनों की मौत के बाद भी अब तक नहीं मिला सरकार से कोई सहारा

अपनों की मौत के बाद भी अब तक नहीं मिला सरकार से कोई सहारा

मंडला. गरीबों के उत्थान के लिए शासन द्वारा जन्म से मृत्यु तक लाभ पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए संबल योजना विशेष रूप से संचालित है। लेकिन कोरोना काल के कारण योजना का संचालन में देरी हो रही है। योजना के तहत मृत्यु के बाद परिजनो को आर्थिक सहायता दी जाती है। लेकिन २०१८ से २०२२ तक ४३ प्रकरणों में राशि जारी नहीं की गई है। अपनों के खोने का दर्द लिए परिजन पिछले दो साल से संबल योजना के तहत सहायता मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। सिर्फ नगर पालिका मंडला में ही वर्ष २०१८ से २०२१ तक १४१ आवेदन पहुंचे हैं। आपदा अनुग्रह अनुदान राशि के लिए परिजन संबल के भरोसे बैठे हैं, लेकिन संबल के इंतजार के सिवाए कुछ नहीं मिल पा रहा है। जानकारी के अनुसार हादसे में अन्य प्राकृतिक आपदा में मृत लोगों के लिए सरकार संबल योजना के तहत अनुग्रह सहायता राशि भी देती है, लेकिन जिले में कई परिवार ऐसे हैं जिनको योजना का लाभ नहीं मिल सका है।
जनसुनवाई में शिकायत
परिवार में मुख्यिा की मौत के बाद परिजनों द्वारा संबल योजना में आवेदन करने के बाद भी सरकार की तरफ से कोई मदद हासिल नहीं हो सकी है। संबल के इंतजार के सिर्फ दिन भर कट रहे हैं। संबल योजना में अनुग्रह सहायता राशि नहीं मिलने पर कई लोगों ने जनसुनवाई में भी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई लेकिन शासन स्तर से राशि ट्रांसफार्मर होने का हवाला देकर उनकी सुनवाई को बंद कर दिया गया। इसी प्रकार सीएम हेल्पलाइन में भी लोग राशि नहीं मिलने की शिकायतें दर्ज करा चुके हैं पर यहां भी शिकायत एक लेवल से दूसरे लेवल तक पहुंच रही है निराकरण नहीं हो रहा।
नगरपालिका ने संबल योजना के पात्र हितग्राहियों के दस्तावेजों की जांच करने के बाद राशि स्वीकृति के लिए १४१ लोगों की सूची बनाकर शासन को प्रेषित कर दी गई। सूची को भेजे गए करीब एक साल का अरसा हो गया है लेकिन अभी तक अनुग्रह सहायता राशि खातों में नहीं आ पाई है। इनमें ज्यादातर हितग्राही सामान्य मृत्यु वाले हैं। जिनके परिजनो को २-२ लाख रुपए की सहायता दी जानी है। जबकि दुर्घटना में मौत के प्रकरणों की संख्या महज २ हैं आवेदकों को चार-चार लाख रुपए दिए जाना हैं।
परिजन लगा रहे नपा के चक्कर
संबल योजन में अनुग्रह सहायता राशि के प्रकरण नगरपालिका के माध्यम से शासन को मंजूरी के लिए भेजे जाते हैं। इसलिए पिछले एक साल से राशि नहीं मिलने के कारण परिजन नगरपालिका के चक्कर काट रहे हैं। १४१ प्रकरण में से अब तक ९८ में राशि जारी कर दी गई है। शेष ४३ प्रकरण को लंबा समय बीत चुके हैं लेकिन राशि जारी नहीं की गई। नपा का कहना है कि ईपीओ साइन कर उन्हें पेमेंट के लिए आगे फारवर्ड कर दिया है। राशि शासन स्तर से सीधे हितग्राही के खातें में ट्रांसफर की जाती है।
इसलिए हो रही राशि मिलने में लेटलतीफी
संबल योजना में डायरेक्ट बेनीफिशियर ट्रांसफर के तहत परिजनों के खातों में राशि डाली जाती है। शासन प्रदेश भर में एक साथ राशि परिजनों के खातों में जारी करता है। कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार की वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण पिछले एक साल से राशि परिजनों के खातों में नहीं डाली गई है। जिसके कारण परिजनों को राशि के लिए भागदौड़ करना पड़ रही है। इनमें कई परिजन ऐसे हैं जिन्होंने अब राशि मिलने की उम्मीद तक छोड़ दी हैं।
यह है योजना में राशि देने का प्रावधान
सामान्य मृत्यु होने पर दो लाख रुपए की राशि और दुर्घटना होने से मृत्यु होने पर चार लाख रुपए की राशि परिजनों को देने का प्रावधान है। स्थाई अपंगता पर दो लाख रुपए की अनुग्रह सहायता और आंशिक स्थाई अपंगता पर एक लाख रुपए की अनुग्रह सहायता राशि देने का प्रावधान किया गया है।