
बजरंगबली दिखा रहे चमत्कार, छोटा पड़ने लगा मंदिर
रोहित चौकसे
निवास. तीन फीट की प्रतिमा कुछ ही वर्षों में सात फीट की हो गई। पहले चबूतरा बनवाया फिर वह छोटा पड़ा तो 8 फीट का मंदिर बनवाया। लेकिन अब वह भी छोटा पडऩे लगा है। जिसके बाद भव्य मंदिर की निर्माण तैयार किया जाने लगा। हम बात कर रहे हैं निवास विकासखंड मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम बंदरिया की। लोगों का मनना है कि यहां स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा का स्वरूप बढ़ रहा है। प्रतिमा की ऊंचाई लगातार बढ़ रही है। इस चमत्कार की जानकारी लगते ही लोंगो की आस्था भी बढ़ रही है। समान्य दिनो में हनुमान भक्तों की कतार लगी रहती है। इस मंदिर में विराजे बजरंगबली की महिमा अपरंपार है, इनका चमत्कार अद्भुत है। यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। जिसके चलते बजरंगबली के इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लगती है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर में भगवान हनुमान के दर्शन करने आते हैं। क्योंकि इस मंदिर में विराजे भगवान हनुमान में उनके भक्तों को बहुत भरोसा है। इस मंदिर में बजरंगबली का चमत्कार दिखता है।
छोटा पडऩे लगा मंदिर
भगवान श्रीराम के भक्त बजरंग बली के के चमत्कारों के किस्से तो अक्सर सुनने को मिलते हैं। लेकिन मंडला जिले के निवास तहसील के बंदरिया गांव में हुनमान जी के इस मंदिर में चमत्कार देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर में स्थित हनुमान जी की प्रतिमा अपने आप लगातार बढ़ रही है, लोगों ने बताया कि जब ये मूर्ति मिली थी तब लगभग 3 फीट की थी, और ग्रामीणों ने छोटा सा मंदिर का निर्माण कराया था। लेकिन हनुमान जी की ये मूर्ति लगातार बढ़ रही है वर्तमान में ये मूर्ति 7 फीट की हो गई है। अब जब प्रतिमा अपने आप बढ़ रही है तो मंदिर छोटा पडऩे लगा है, जिसके चलते अब मंदिर का भव्य निर्माण एक बार फिर से कराया जा रहा है। जिससे अगर मूर्ति की लंबाई बढ़ रही है तो कोई दिक्कत ना हो। गांव के बुर्जूगों का कहना है कि मंदिर में स्थापित भगवान हनुमान जी की प्रतिमा आठवीं से बारहवीं सदी के बीच की है। यहां अगर कोई सच्चे मन से मन्नत मांगता है तो वो पूरी होती है।
गौर नदी का उद्गम स्थल
स्थानीय लोगों ने बताया कि गौर नदी का उद्गम स्थल भी बंदरिया गांव ही है। गौर नदीं के इस उद्गम स्थल पर हर दिन भक्त पहुंच रहे हैं। यहां पवन पुत्र हनुमान जी की आदमकद प्रतिमा स्थापित है। इस स्थल के पास गौर नदी पर ही डेम का निर्माण भी किया गया है। मंदिर से भक्तों की बहुत आस्था जुड़ी हुई है, यहां के गांव के पुराने लोग भगवान बजरंग बली की और कई चमत्कार के किस्से सुनाते हैं। जो अद्भुत हैं। बजरंग बली के इस मंदिर में दर्शन के लिए अपनी मुरादों को लेकर दूर-दूर से भक्त यहां पहुंचते हैं। बड़ी ही श्रृद्धा और भक्ति के साथ बजरंग बली की पूजा अर्चना करते हैं। हालांकि की कोरोना काल के चलते समिति लोग ही पूजा करने पहुंच रहे हैं। लोगों ने बताया की हनुमान जी की इस मूर्ति को कुछ साल पहले चोरी करने का प्रयास भी किया गया था। लेकिन चोर सफल नहीं हुए थे।
जनसहयोग से मंदिर निर्माण शुरू
यहां बड़े मंदिर का निर्माण चार साल पहले शुरू किया गया है। बताया गया कि एक महिला श्रद्धालु ने मन्नते पूरी होने के बाद मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। जिसके बाद महिला व जनसहयोग से मंदिर का काम शुरू कर दिया गया है। बर्तमान में मंदिर का निर्माण भी लेंटर लेबल तक पूर्ण दिया गया है।
Published on:
27 Apr 2021 11:06 am
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