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एक साल में भी शुरू न हो सकी नैनपुर-मंडला ट्रेन

अधूरा रहा मंडला तक ब्रॉडगेज से सफर का सपना

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Nainpur-Mandla train could not start even in a year

Nainpur-Mandla train could not start even in a year

मंडला. आखिरकार वर्ष 2021 का आखिरी दिन आ ही गया। कल से वर्ष 2022 का नया सफर शुरू होने जा रहा है लेकिन वर्ष 2021 में भी जिलेवासियों को इस बात का मलाल रह गया कि नैनपुर-मंडला ब्रॉडगेज सफर इस वर्ष भी शुरू न हो सका जबकि रेल विभाग के साथ साथ जिले के जनप्रतिनिधियों ने जिलेवासियों को वर्ष के शुरूआत में ही सब्जबाग दिखा दिए थे कि ये वर्ष खत्म होने से पहले ही जिला मुख्यालय से नैनपुर तक ब्रॉडगेज का सफर शुरू हो जाएगा। लेकिन पिछले चार वर्षों से दिखाए जा रहे सपने दिवास्वप्न की तरह झूठे और दावे खोखले सिद्ध हुए।
लगभग 2 वर्षो के बाद 5 दिसंबर 2021 को जबलपुर से नैनपुर तथा नैनपुर से चिरई डोंगरी लोकल ट्रेनों का पुन: परिचालन का आरंभ किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने नैनपुर रेलवे स्टेशन मे हरी झंडी दिखाकर नैनपुर चिरई डोंगरी ट्रेन को नैनपुर रेलवे स्टेशन से रवाना किया गया। पैसेंजर ट्रेन की दोबारा शुरूआत भी जिलेवासियों के चेहरे पर मुस्कान नहीं ला सकी क्योंकि उनके ब्रॉडगेज का सपना अब तक अधूरा है और उन्होंने ब्रॉडगेज संर्घष समिति के नेतृत्व में अपना रोष भी प्रकट कर दिया। ब्रॉडगेज रेल संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप सिंह बैस ने केंद्रीय राज्यमंत्री कुलस्ते से मांग की कि महाकौशल क्षेत्र मे रेल विभाग द्वारा टुकड़े-टुकड़े मे जो ट्रेनो का परिचालन किया जा रहा है इससे न तो यात्रियों को लाभ हो रहा है न ही रेलवे को राजस्व की प्राप्ति होगी। समिति ने मांग की है कि चिरई डोंगरी से मंडला तक तथा नैनपुर से समनापुर तक, नैनपुर से भोमा तक साथ ही कटंगी, तिरोड़ी के मध्य लोकल ट्रेनों को बढ़ाया जाना चाहिए।
अभी और इंतजार
नैनपुर से मंडला और गोंदिया के लिए रेल के सफर के लिए अभी लोगो को और इंतजार करना होगा। रेल मंत्रालय से अभी इसकी स्वीकृति की अपेक्षा की जा रही है। कोरोना का हवाला देकर अभी इसकी मंजूरी के रोड़े अटकाए जा रहे है। जाहिर है कि इन दोनों हो रेल ट्रेक पर सी आर एस परीक्षण पूरा किया जा चुका है। जबकि बालाघाट समनापुर तक रेल चलाई जा रही है। माना जा रहा है कि इस रेल खंड के जुड़ते ही उत्तर से दक्षिण की दूरी का फासला 272 किमी काम हो जाएगा। इसके साथ ही लोगो को लंबी दूरी का सफर करने में बहुत आसानी भी होगी।
जबलपुर नैनपुर और नैनपुर चिरईडोंगरी गाड़ी को शुरू किया गया है। ट्रेन अपने निर्धारित समय मे सुबह 4.30 पर नैनपुर से चिरईडोंगरी के लिए फिर लौटकर सुबह 6 बजे जबलपुर के लिए चल रही है जबकि यही गाड़ी शाम 7 बजे जबलपुर से चलकर नैनपुर पहुंचती है। लगभग 17 स्टेशनों से गुजरकर 120 किमी का सफर तय करते हुए यह गाड़ी लोगो को रेल यात्रा की सुविधा मुहैया कराएगी। पहले जबलपुर तक के सफर के लिए इसमें लोगो को 30 रुपये रेल किराया लगता था मगर अब यह सफर 60 रुपये में पूरा हो रहा है। इतना ही नहीं, कोरोना संकट से पहले इसी रूट पर तीन पैसेंजर ट्रेन चलाई जा रही थी और अब सिर्फ एक। यही कारण है कि जिलेवासियोंं में बेहद आक्रोश व्याप्त है।
दूर है सफर की संभावनाएं
* नैनपुर से जबलपुर रूट पर नैनपुर से सिवनी होते हुए छिंदवाड़ा रेलमार्ग का कार्य हो रहा है। यहां कार्य पूरा होते ही लोगों को छिंदवाड़ा, सिवनी, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक ट्रेन मिलेगी।
* छिंदवाड़ा-नैनपुर-मंडला फोर्ड रेल परियोजना का प्रस्ताव वर्ष 2010 में स्वीकृत हुआ था। छिंदवाड़ा से सिवनी होते हुए नैनपुर और मंडला फोर्ट स्टेशन जाने वाला रेलमार्ग 182 किमी लंबा है। छिंदवाड़ा से नैनपुर तक नौ रेलवे स्टेशन हैं। छिंदवाड़ा से नैनपुर रेलमार्ग में नौ रेलवे स्टेशन और 13 पैसेंजर हाल्ट हैं। इनमें छिंदवाड़ा, झिलमिली, काराबोह, पीपरडाही, सिवनी, भोमा, पलारी, केवलारी और नैनपुर स्टेशन शामिल हैं।
* दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत नागपुर डिवीजन की नैनपुर से बालाघाट रेल लाइन की शुरुआत होने पर, नैनपुर से बालाघाट रेल लाइन पर लामता तक का रेल सफर शुरू होगा। रेल लाइन शुरु होने से आम जनता को 35.475 किमी की दूरी तय करने के लिए रेल उपलब्ध होगी।