नैनपुर. नैनपुर को जिला बनाने की मांग को लेकर किए गए नैनपुर बंद के आह्वान को आशातीत सफलता मिली। स्वस्फूर्त महाबंद में नगर एवं उपनगरीय क्षेत्र निवारी भी शामिल रहा। इस बंद में नगर के शासकीय अशासकीय विद्यालय भी प्रभावित रहे। जिला बनाओ संघर्ष समिति को नैनपुर, निवारी, मक्के, हीरापुर, अलीपुर, धतूरा, सांगवा, समनापुर के ग्रामीण किसानों का भी समर्थन मिला।
बताया गया कि किसान ने दोपहिया वाहन में रैली के रूप में प्रदर्शन स्थल तक पहुंचकर आंदोलन को प्रबल बनाया। नगर महाबंद का असर सुबह से ही दिखाई दिया। जहां छोटे बड़े सभी प्रतिष्ठान स्वस्फूर्त बंद रहे। जाहिर है कि नैनपुर को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर एक वृहत आंदोलन पिछले डेढ़ माह से चलाया जा रहा है। जिसमें अलग-अलग समय पर हुए प्रदर्शनों के माध्यम से आवाज बुलंद की जा रही है। पिछले एक पखवाड़े में यह दूसरी बार महाबंद का आह्वान था। इसके पहले आसपास के ग्रामीण अंचलों सहित सिवनी और बालाघाट जिले के नैनपुर क्षेत्र से लगे ग्रामीण अंचलों के रहवासियों के समर्थन से प्रदर्शन किये गए थे। नगर की महिलाओं ने रक्षासूत्र बांधकर कजरी के गीत गाते हुए गुहार की है। वहीं आल्हा गीतों के माध्यम से भी अपनी मांग को दुहराया गया। बीते दिनों कवी सम्मेलन के माध्यम से काव्य पाठ में नैनपुर को जिला बनाए जाने की मांग बलवती हुई।
किया चक्का जाम
आंदोलनकारी रैली के रूप में ज्ञापन सौंपने के लिये स्थानीय प्रशासन के पास पहुंचे तो ज्ञापन लेने कोई नहीं पहुंचा। एसडीएम और तहसीलदार ने नगर से बाहर बताकर ज्ञापन लेने से असमर्थता जताई। आंदोलनकारियों ने थाने के सामने चक्का जाम कर दिया। आखिर काफी देर बाद एसडीएम के पहुंचने पर ज्ञापन सौंपा गया और प्रदर्शन कारियों ने चक्का जाम समाप्त किया।