मंडला. जिला मुख्यालय के जनपद पंचायत कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं और कार्यालय आकर कुछ समय बाद अचानक कहीं गायब हो जाते है, अपने-अपने विभिन्न कामों, आवेदनों को लेकर पहुंचे लोगों को बार-बार कार्यालय आकर कर्मचारियों-अधिकारियों के आने का समय उपस्थित कर्मचारियों से पूछना पड़ रहा है। जिसमें कभी अधिकारी के मीटिंग में होने तो कभी फील्ड में होने की बात कहकर आने वाले लोगों को चलता कर दिया जाता है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते समय-समय में कई तरह की गाईड लाईन शासन-प्रशासन द्वारा जारी की जाती रही है, जिसमें मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग, हाथों को समय-समय में धोते रहने जैसी आदत अपनाने की अपील की जाती रही है इसी कड़ी में सरकारी कार्यालयों के लिए सप्ताह के 6 दिनों की अपेक्षा 5 दिन काम करने के आदेश भी जिले में जारी किए गए हैं, इन आदेशों के तहत 6 कार्य दिवसों में 5 कार्य दिवस में ही काम करने की बात कही गई है, कार्यालय खुलने और बंद होने का समय जरूर बढ़ा दिया गया है, लेकिन अधिकांश सरकारी कार्यालय पूर्व की तरह सुबह 11 बजे के बाद शुरू हो रहे हैं और शाम 4.30 बजते ही कार्यालय से एक-एक करके कर्मचारियों के जाने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
जिला मुख्यालय के जनपद पंचायत कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं और कार्यालय आकर कुछ समय बाद अचानक कहीं गायब हो जाते है, अपने-अपने विभिन्न कामों, आवेदनों को लेकर पहुंचे लोगों को बार-बार कार्यालय आकर कर्मचारियों-अधिकारियों के आने का समय उपस्थित कर्मचारियों से पूछना पड़ रहा है। जिसमें कभी अधिकारी के मीटिंग में होने तो कभी फील्ड में होने की बात कहकर आने वाले लोगों को चलता कर दिया जाता है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते समय-समय में कई तरह की गाईड लाईन शासन-प्रशासन द्वारा जारी की जाती रही है, जिसमें मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग, हाथों को समय-समय में धोते रहने जैसी आदत अपनाने की अपील की जाती रही है इसी कड़ी में सरकारी कार्यालयों के लिए सप्ताह के 6 दिनों की अपेक्षा 5 दिन काम करने के आदेश भी जिले में जारी किए गए हैं, इन आदेशों के तहत 6 कार्य दिवसों में 5 कार्य दिवस में ही काम करने की बात कही गई है, कार्यालय खुलने और बंद होने का समय जरूर बढ़ा दिया गया है, लेकिन अधिकांश सरकारी कार्यालय पूर्व की तरह सुबह 11 बजे के बाद शुरू हो रहे हैं और शाम 4.30 बजते ही कार्यालय से एक-एक करके कर्मचारियों के जाने का सिलसिला शुरू हो जाता है।