- पीड़ित महिला ने की थी लोकायुक्त से शिकायत
महिला सरपंच को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने मंडला के जेवरा गांव से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। सरपंच राजकुमारी बाई कुलस्ते संबल योजना का लाभ दिलाने के लिए चरखी बाई सेे घूस मांग रही थी। योजना में विधवा महिला को दो लाख रुपए एक मुश्त और प्रति माह एक हजार रुपए पेंशन मिलने का प्रावधान है।
दरअसल विधवा महिला पीड़ित महिला चरखी बाई को संबल योजना का लाभ दिलाने के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। पीड़ित महिला सरपंच राजकुमारी भाई से कई बार विनती करती रही कि उसे रुपयों की सख्त आवश्यकता है। इसके एवज में उससे रिश्वत न ली जाए लेकिन महिला सरपंच राजकुमारी का दिल नहीं पसीजा। अंततः निराश होकर पीड़ित महिला चरखी बाई को लोकायुक्त की मदद लेनी पड़ी।
गुरुवार को जब पीड़ित महिला चरखी बाई रिश्वत की राशि 20 हजार रुपये लेकर सरपंच के घर देने पहुंची तब लोकायुक्त की टीम ने सरपंच राजकुमारी बाई को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
ज्ञात हो कि एक अन्य मामले में कुछ समय पहले सिवनी में नव निर्वाचित सरपंच उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह 15 हजार की रिश्वत ले रहा था।
यह मामला सिवनी जिले के घंसौर में सामने आया था। जिसके बाद उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। उस समय बताया गया था कि, रिश्वत लेते धराया आरोपी सरपंच फरयादी मुकेश गोल्हानी से ईंट प्लांट लगाने के लिए एनओसी देने की एवज में रिश्वत की मांग की थी। आपको बता दें कि, ये कार्रवाई जबलपुर लोकायुक्त टीम द्वारा की गई है।