मंडला. विधिक सेवा प्रधिकरण द्वारा बुधवार को परिवार परामर्श केन्द्र में मोबाइल लोक अदालत एवं विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नरेश गौंड न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एवं डीआर कुम्हरे जिला न्यायाधीश सचिव विधिक सेवा प्रधिकरण के द्वारा किया गया। सर्वप्रथम न्यायाधीशों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। इसके बाद पक्षकारों के मामले की सुनवाई करते हुए आपसी रजामंदी कराई गई। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश सचिव डीआर कुम्हरे ने कहा कि लगातार काउंसलिंग कर परिवारों को जोड़ने का काम परामर्श केंद्र पर किया जा रहा है। बुधवार को परामर्श केंद्र पर पीड़ित के परिवारों को भी जोड़कर कुछ ऐसा ही किया गया। काउंसलिंग के जरिए परिवार के दोनों पक्षों को बैठा कर उनके नैतिक दायित्व के संबंध को समझाया जाता है। मनोवैज्ञानिक पहलुओं की नैतिक दायित्व के बारे में भी परिवारों को समझा कर उन्हें एक किया जाता है। परिवार परामर्श केन्द्र से उपनिरीक्षक चन्द्रवती मरावी ने कहा कि महिला थाने के परामर्श केंद्र पर आए परिवारों की समस्या का समाधान वहां की बनाई गई टीम के द्वारा किया जाता है। नए केस के लिए नई टीम बनाई जाती है, इन टीमों में महिला थाने की महिला पुलिसकर्मी रहती हैं जो टूटते परिवारों को सही सलाह देकर उन्हें एक करती हैं। ऐसे कर के कई घरों को टूटने से बचाया गया है। इस दौरान आसिफ इकबाल उप पुलिस अधीक्षक महिला सुरक्षा, चंद्रवती मरावी उपनिरीक्षक परिवार परामर्श केन्द्र, परिवार परामर्श केन्द्र की सदस्य शिखा श्रीवास्तव, चन्द्रकला कछवाहा सदस्य, ग्यारसी कुशराम वॉलेटिंयर, आशीष चौधरी वॉलेटिंयर सहित अन्य महिला पुलिसकर्मी व स्टॉफ मौजूद रहा।