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अंग्रेजो के शासन काल का कमानिया गेट हुआ क्षतिग्रस्त

मजबूती कायम रखने नही हो रहे प्रयास

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अंग्रेजो के शासन काल का कमानिया गेट हुआ क्षतिग्रस्त

अंग्रेजो के शासन काल का कमानिया गेट हुआ क्षतिग्रस्त

मंडला. शहर के बीच स्थित कमानिया गेट जहां दशकों पूर्व सुरक्षा में योगदान दे रही थी वहीं अभी भी शहर की शान बनी हुई। एतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। इसकी नींव में तमाम बातें जड़ी और जुड़ी हैं। इसकी भव्य बनावट गर्व का अहसास कराती है। इसके बाद भी इसकी हालत इस कदर बदहाल हो गई है कि देखने वालों को तरस आ सकता है। समय समय पर रंगरोगन और लाइटिंग कर इसकी शोभा तो बढ़ाई जा रही है लेकिन मजबूती को कायम रखने प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। समय के साथ-साथ उदय चौक के पास स्थित कमानिया गेट का अस्तित्व समाप्त किया जा रहा है। जानकारी अनुसार कमानिया के आसपास तेजी से कुछ व्यापारी निर्माण करा रहे हैं। बता दें कि शहर में कुछ साल पहले तक इस कमानिया के साथ सब्जी बाजार के पास भी एक प्राचीन कमानिया गेट था जो देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गया। लेकिन न तो इसके जीर्णोद्धार पर नगरपालिका ने ध्यान दिया और न ही पुरातत्व विभाग ने इसका जीर्णोद्धार कराया। परिणाम यह हुआ कि अत्यधिक जीर्णशीर्ण हो जाने से लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से इस कमानिया को नगरपालिका ने पूरी तरह धरासायी करा दिया। अब एक मात्र उदय चौक में यह कमानिया गेट बचा है। इसके अस्तित्व को भी कुछ निजी लाभ के चलते समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि पूर्व में इस कमानिया के उपर एक विशाल घड़ी हुआ करती थी जो यहां गुजरने वालों को समय का ज्ञान कराती थी लेकिन धीरे-धीरे कमानिया उपर से क्षतिग्रस्त होता गया और सुधार कार्य न कराकर उस भाग को अलग किया जाता रहा। कमानिया का एक भाग जहां पीपल के पेड़ की जड़ों से लगातार खोखला हो रहा है, वही अब कमानिया के आसपास कुछ व्यापारियों ने अपने निर्माण कराकर कमानिया के अस्तित्व को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में नगरपालिका सीएमओ गजानंद नफाड़े का कहना है कि शिकायत मिली है, जिसकी जांच कराई जाएगी।