प्रदेश की अनोखी नहीं यह है आदर्श मंडी जहां सुरक्षा के साथ पूरी मंडी चला रहे गॉर्ड
मंदसौर.
प्रदेश की आदर्श मंडी कही जाने वाली शहर की कृषि उपज मंडी में इन दिनों स्टॉफ की कमी है। ऐसे में पूरी मंडी का संचालन सिक्यूरिटी गॉर्ड के भरोसे हो रहा है। मंडी में तीन शिफ्टो में गॉर्ड की ड्युटी सुरक्षा के लिए लगाई जाती है लेकिन इनकी संख्या सिर्फ २६ है जो वर्दी में दिखते है इसके अलावा ३४ अन्य कर्मचारी ऐसे है जो काम तो मंडी के कर्मचारी का का रहे है लेकिन वेतन सिक्यूरिटी गॉर्ड का ले रहे है। यह ३४ गॉर्ड कम्प्यूटर शाखा से लेकर नीलाम के दौरान पर्ची काटने और बोली लगाने के अलावा लाइनमैन के साथ वाहन चलाने तक का काम कर रहे है। यानी एक दिन भी यदि गॉर्ड काम नहीं करेतो मंडी का कामकाज प्रांगण से लेकर सुरक्षा और कार्यालय से लेकर अन्य पूरी तरह ठप हो जाएगा।
स्टॉफ की कमी का रोना, गॉर्ड चला रहे आदर्श मंडी
कृषि उपज मंडी में सीजन के इस दौर में लहसुन व सोयाबीन की बंपर आवक हो रही है। लहसुन की अत्यधिक आवक मंडी में रहती है। दिनोंदिन आवक तो मंडी में बढ़ रही है लेकिन स्टॉफ की कमी से जुझ रही मंडी में हर दिन व्यवस्थाओं का संचालन करना ही मुश्किल हो रहा है। मंडी प्रशासन भी सुरक्षा के अलावा भी मंडी से जुड़े हर छोटे-बड़े व अहम काम ऐसी स्थिति में ही गॉर्ड से ही करवा रहा है। वर्तमान समय में स्थिति ऐसी हो गई कि अधिकांश काम गॉर्ड ही करते हुए दिख रहे है। प्रांगण में नीलाम करवाने से लेकर कम्प्यूटर शाखा के अलावा मंडी से जुड़ी हर शाखा और हर उपज के ढेर में नीलाम प्रक्रिया में गॉर्ड ही दिखते है। स्टॉफ की कमी के चलते सिक्यूरिटी गॉर्ड ही जिले की नहीं बल्कि प्रदेश की आदर्श कही जाने वाली मंडी को चला रहे है।
यह भी है एक बड़ा कारण
मंडी के चुनाव को लंबा समय बीत गया है। मंडियों का कार्यकाल पूरा हुए को ही कई साल बीत गए। समयावधि पूरी होने के बाद दो बार सरकार ने कार्यकाल भी बढ़ाया लेकिन उस बात को भी कई साल पूरे हो गए। ऐसे में मंडी में भारसाधक अधिकारी के पास ही चार्ज है। ऐसे में मंडी से जुड़े अधिकांश मामले चाहे व नीतिगत हो या किसानों से जुड़े हुए हो सभी में निर्णय अधिकारियों द्वारा ही लिया जा रहा है। इसी के चलते मंडी में सिक्यूरिटी गॉर्ड के भरोसे ही सभी काम हो रहे है।
मंडी में गॉर्ड इन कामों का कर रहे संचालन
मंडी में सिक्यूरिटी गॉर्ड प्रांगण में सुरक्षा के अलावा अन्य सभी काम का संचालन कर रहे है। इसमें मंडी प्रांगण में नीलामी कार्य के दौरान बोली लगाने से लेकर पर्ची काटने और अन्य काम के अलावा कार्यालय में कम्प्यूटर शाखा के साथ सब्जी मंडी में नीलाम व्यवस्था के साथ वाहन चालक से लेकर लाइनमैन तक का काम गॉर्ड ही करते है। इन सब कामों के लिए करीब ३४ गॉर्ड लगे हुए है। इसके अलावा जो २६ गॉर्ड बचे है वह प्रांगण में तीन अलग-अलग शिफ्ट में सुरक्षा का काम संभाल रहे है तो नीलाम के दौरान प्रांगण से लेकर गेट पर तैनात रहने के साथ अन्य काम का संचालन कर रहे है।
फैक्ट फाइल....
मंडी में कार्यरत सिक्यूरिटी गॉर्ड-६०
सब्जी मंडी में -४
नीलामी में- २५
कम्प्यूटर शाखा में-५
फील्ड में -२६
स्टॉफ की कमी के कारण गॉर्ड से काम कराना मजबुरी
मंडी में स्टॉफ की कमी है। कई पद रिक्त है। ऐसे में सिक्यूरिटी गॉर्ड से काम कराना ही मजबुरी है। ६० गॉर्ड मंडी में काम कर रहे है। इसमें से ३० गॉर्ड प्रांगण में नीलाम का काम संभाल रहे है। इसमें पर्ची काटने से लेकर बोली लगाने का काम भी शामिल है। -बलवंतसिंह, प्रभारी सचिव, मंडी