
देश में ऋषिकेश के अलावा मंदसौर में है लक्ष्मण का मंदिर
मंदसौर.
शहर के कैलाशमार्ग के समीप क्षेत्र में भगवान राम के अनुज भगवान लक्ष्मण का दुर्लभ मंदिर है। कच्चे रास्तों व पगड़डियों से होकर यहां तक पहुंचना पड़ता है। ५०० साल से भी अधिक पुराने इस मंदिर का ऐहितासिक व आस्था को लेकर महत्व है। कहा जाता है कि देश में उत्तराखंड के ऋषिकेश के अलावा सिर्फ मंदसौर ही वह स्थान है जहां भगवान लक्ष्मण का मंदिर है। यहां पर निर्जला एकादशी के दिन बड़ी संख्या में भक्त पहुंचेगे और भगवान का फूलों से नयानाभिराम श्रृंगार होगा। प्रतिदिन मंदिर में दर्शन के अलावा दोपहर १२ बजे से शाम ५ बजे तक पट बंद भी रहते है।
एकादशी पर ही मंदिर में विशेष आयोजन भी होते है।
इस वर्ष भी देश के प्रसिद्ध लक्ष्मण मंदिर मंदसौर में निर्जला एकादशी परंपरा के अनुसार मनाई जाएगी। भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण का अति प्राचीन 500 वर्ष पूराना मंदिर स्थित है। इसी मंदिर के नाम से लक्ष्मण दरवाजा से पूरा क्षेत्र जाना जाता है। यहां पर प्राचीन गेट भी स्थित है। निर्जला एकादशी पर भक्त यहां पहुंचेगे। पूर्व में लक्ष्मणजी के मंदिर से ढोल ग्यारस के वेवाण निकलते थे तो हर शुक्रवार को मेला लगता था वहीं शरदपूर्णिमा से लेकर अन्नकूट महोत्सव जैसे आयोजन भी होते थे।
इस वर्ष भी देश के प्रसिद्ध लक्ष्मण मंदिर मंदसौर में निर्जला एकादशी परंपरा के अनुसार मनाई जाएगी। भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण का अति प्राचीन 500 वर्ष पूराना मंदिर स्थित है। इसी मंदिर के नाम से लक्ष्मण दरवाजा से पूरा क्षेत्र जाना जाता है। यहां पर प्राचीन गेट भी स्थित है। निर्जला एकादशी पर भक्त यहां पहुंचेगे। पूर्व में लक्ष्मणजी के मंदिर से ढोल ग्यारस के वेवाण निकलते थे तो हर शुक्रवार को मेला लगता था वहीं शरदपूर्णिमा से लेकर अन्नकूट महोत्सव जैसे आयोजन भी होते थे।
Published on:
10 Jun 2022 10:59 am
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