मंदसौर.
नोतपा का दौर चल रहा है ओर तीन दिन पूरे हो गए है। लेकिन अब तक नोतपा की गर्मी का एहसास ही जिलेवासियों को नहीं हुआ है। बदले मौसम के कारण चल रही तेज हवाओं ने नोतपा की तपिश को कम कर दिया है। पिछले दो तीन दिनों से दिन व रात में तेज हवाओं के चलते का क्रम लगातार चल रहा है। जिले में ५० किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है। इधर नोतपा में अभी भले ही हवाएं चल रही है लेकिन फिर से नया सिस्टम बन रहा है। इसके कारण बारिश की संभावना बन रही है। वही नोतपा के इस दौर में भी तापमान ३५ से ३८ डिग्री के बीच में चल रहा है। चक्रवात व ट्रफलाइन के कारण हवाओं की गति बढ़ी तो गर्मी का असर कम हो गया। वहीं यह भी माना जा रहा है कि बारिश के पहले चलने वाली कुरावन में यह पहली कुरावन है। वहीं तेज धूप के कारण आम लोगों को धूप से बचने के लिए तरह-तहर के जतन करना पड़ रहे है।
सिस्टम ने ठंडे किए नौतपा के तेवर
चक्रवात-ट्रफ लाइन से हवाओं की स्पीड ५० किमी प्रतिघंटे की जिले में चल रही है। रात के समय ठंडी हवाओं का दौर चल रहा है। वहीं दोपहर में चल रही हवाओं ने तपिश को कम कर दिया है। अब नया सिस्टम कराएगा बारिश प्रदेश व जिले में कराएगा। ऐसी संभावना मौसम विभाग जता रहा है। मप्र से गुजर रही दो ट्रफ लाइन और चक्रवात ने नोतपा के तेवर ठंडे कर दिए हैं। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले एक सप्ताह तक ऐसा ही मौसम रहेगा। रविवार से फिर नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। जो प्रदेश को भिगोएगा। जिले में नोतपा शुरुआत तीन दिनों में बेअसर साबित हुआ है।
एक सप्ताह तक रहेगा यही मौसम
सीनियर मौसम वैज्ञानिक की माने तो उत्तर भारत में एक चक्रवात बना हुआ है। एक ट्रफ लाइन साउथ यूपी-बिहार और दूसरी ट्रफ लाइन साउथ-ईस्ट एमपी से लेकर कर्नाटक तक गुजर रही है। इस कारण नमी है। इसके चलते बारिश और तेज हवा का दौर बना हुआ है। इस दौरान हवा की रफ्तार 50 किलोमीटर की रहेगी।
मौसम वैज्ञानिको की माने तो 28 मई को एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो जाएगा। इस कारण अगले एक सप्ताह तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा।
मई के आखिरी सप्ताह ठंडा
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार मार्च से मई तक प्री-मानसून एक्टिविटी रहती है। मार्च और अप्रेल के बाद मई में भी बारिश, ओले और तेज हवा का दौर चल रहा है। मौजूदा सिस्टम की वजह से मौसम ठंडा है। ज्यादातर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्री से नीचे ही है, जबकि मई के आखिरी दिनों में तेज गर्मी पडऩे का ट्रेंड है।