मंदसौर.
चौथा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने से प्रदेश के साथ जिले में भी नोतपा के इस दौर में लगातार बारिश और आंधी-तूफान का दौर चल रहा है। ऐसे में नोतपा की तपिश तो गायब हो गई और गर्मी का दौर शुरु हो गया है। बीती रात को भी जिले में आंधी-तूफान और बारिश के साथ बिजली के चमकने का दौर भी चलता रहा। इसके साथ ही बिजली की आंखमिचोली भी शुरु हो गई। मौसम के इस बदलते दौर में बिजली की ट्रिपिंग ने आम लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। हर कोई इससे परेशान हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार हवाओं की रफ्तार भी जिले में ३० से ३५ किमी प्रतिघंटे की रही। नोतपा लगने के साथ ही अलग-अलग सिस्टम भी एक्टिव हुए ओर उनके कारण हवाओं का दौर शुरु हुआ तो गर्मी गायब हो गई। वहीं कभी बादल छाने तो कभी बूंदाबादी का दौर हो रहा है। रात में भी मंदसौर शहर सहित जिले के अधिकांश क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई। तो रातभर कटौती का दौर भी जारी रहा।
तीन सिस्टम पहले से एक्टिव
मौसम वैज्ञानिको की माने तो 28 मई से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने से सिस्टम और भी मजबूत हुआ है। इस कारण बारिश, ओले और आंधी का सिलसिला चल रहा है। प्रदेश में पहले से ही तीन सिस्टम एक्टिव हैं। रविवार दोपहर से ही तेज हवाओं और बारिश का दौर शुरू हो गया था। 25 मई से शुरू हुए नौतपा को सोमवार को पांच दिन बीत गए, लेकिन इन पांच दिनों में गर्मी एक भी दिन प्रचंड नहीं रही। हवाओं ने ओर बदलते मौसम ने नोतपा को ही कमजोर कर दिया है। हालांकि इसके भी कई मायने लगाए जा रहे है। कई लोगो का कहना है कि इसस मानसून कमजोर होगा तो कुछ का कहना है कि इसका मानसून पर असर नहीं पड़ेगा।
नोतपा में मौसम विभाग ओले व बिजली से बचने की जारी कर रहा एडवाईजरी
नोतपा के इस दौर में गर्मी तो दूर लेकिन पहला ऐसा मौका है जब मौसम विभाग बारिश व ओले गिरने व बिजली गिरने की स्थिति में इससे बचने के लिए एडवाईजरी जारी कर रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि मौसम विभाग ने ओले और आकाशीय बिजली गिरते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है। इसमें घरों के अंदर रहने से लेकर खिड़किया बंद करने और यात्रा करने से बचने की सलाह देते हुए सुरक्षित स्थान पर आश्रय लेने की बात कही तो पेड़ों के नीचे खड़े नहीं करने की बात कही है। बिजली से या आंधी-तूफान से पेड़ या शाखाएं गिर सकती है। वहीं इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकालकर रखने की बात कही।
इस बार मई रहा ठंडा
मौसम वैज्ञानिको के अनुसार मार्च से मई तक प्री-मानसून एक्टिविटी रहती है। मार्च और अप्रेल के बाद मई में भी बारिश, ओले और तेज हवा का दौर चल रहा है। मौजूदा सिस्टम की वजह से मौसम ठंडा है। पिछले एक सप्ताह से तापमान का लगातार कम होने का सिलसिला चल रहा है। वर्तमान में भी तापमान ३५ स डिग्री के आसपास आ गया है तो वहीं न्यूनतम तापमान भी १६ से १८ डिग्री के बीच ही चल रहा है। यानी १५ दिनों से तापमान ८ डिग्री तक कम हुआ है। जबकि मई के आखिरी दिनों में तेज गर्मी पडऩे का ट्रेंड है। पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें भी नोतपा के आखरी दिनों में गर्मी जोरों की रही है। लेकिन इस बार पूरा नोतपा अब तक ठंडा ही निकल रहा है।
कटौती बन गई लोगों के लिए बड़ी समस्या
आम तौर पर मौसम के बदलाव के कारण तापमान कम ज्यादा हो रहा है, लेकिन बिजली कटौती ने समस्या को बढ़ा दिया है। पिछले कई दिनों से रात में आंधी-तूफान चलने के साथ शहर से लेकर पूरे जिले में बिजली की कटौती हो रही है। रात को बिजली जाने के कारण लोगों की रात की नींद उड़ गई है। रात की नींद में खलल होने के कारण कटौती से हर कोई परेशान है तो वहीं दिनभर में भी कई बार बिजली की ट्रिपिंग हो रही है। प्री-मानसून मेंटेंनेंस के नाम पर बिजली कंपनी ने हर दिन कई घंटों की कटौती कर रखरखाव करने का दावा किया लेकिन बारिश आने से पहले ही कंपनी के दावों की पोल आंधी-तूफान ने खोल दी।