
मंदसौर.
आवेदनों का समय पर निराकरण नहीं करने और जांच कर रिपोर्ट समय पर नहीं देना जिले के राजस्व अधिकारियों को भारी पड़ गया। कलेक्टर मनोज पुष्प ने मंगलवार को अधिकारियों की लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की। इसमें मंदसौर एसडीएम को नोटिस जारी करने के साथ ही मंदसौर व गरोठ तहसीलदार पर जुर्माना लगाते हुए कार्रवाई की। वहीं मंदसौर के नायब तहसीलदार को भी नोटिस जारी किया है। एक साथ कई अधिकारियों पर कार्रवाई हुई। इसमें जिले में गरोठ की तहसीलदार के अलावा सभी राजस्व विभाग के अधिकारी मंदसौर के ही है। जिन पर कार्रवाई की गई। कलेक्टर ने आवेदनो का समय पर निराकरण नहीं किए जाने को लेकर राजस्व अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए समय-सीमा में काम करने की चेतावनी दी है।
तहसीलदारों ने नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं दिया तो की कार्रवाई
कलेक्टर एवं द्वितीय अपीलीय अधिकारी मनोज पुष्प द्वारा लोकसेवा ग्यारंटी अधिनियम में मंदसौर तहसीलदार नारायण नादेडा को तीन आवेदनों पर समय सीमा में कार्रवाई न करने पर 2 हजार 750 रुपए एवं गरोठ तहसीलदार रश्मि श्रीवास्तव पर तीन आवेदनों पर समय सीमा में कार्रवाई न करने पर 2 हजार 750 रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही आवेदनों के समय सीमा बाहर होने पर कलेक्टर द्वारा प्रकरणों को स्वय जांच में लिया गया था। इसमें दोनों तहसीलदारों को नोटिस जारी किए गए थे। नोटिस का जवाब संतोष जनक न होने पर दोनों के विरुद्ध लोकसेवा ग्यारंटी अंर्तगत कलेक्टर ने यह कार्रवाई की है।
एसडीएम सहित नायब तहसीलदारों को जारी हुए नोटिस
साथ ही मंदसौर एसडीएम अंकिता प्रजापति द्वारा प्रकरण में जांच नहीं करते हुए रिपोर्ट नहीं देने पर नोटिस जारी करते हुए कारण पूछा है। इसके अलावा मंदसौर के तत्कालीन तहसीलदार रामलाल मुनिया, नायब तहसीलदार वैभव जैन, नायब तहसीलदार मृणालिनी तोमर को भी आवेदनों के निराकरण न करने पर कारण बताओ सुचना पत्र जारी पर तीन दिन में जवाब पेश करने के लिए कहा गया है।
Published on:
25 Dec 2019 11:45 am
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