
Question mark on the future of eligible beneficiaries of BPL
मंदसौर.
जिले में फर्जी बीपीएल कार्डधारियों को बाहर करने के लिए शुरु किया गया सर्वे भले ही ८१ प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। लेकिन जिले की सभी निकायों में सबसे बड़ी निकाय मंदसौर इसमें रुचि नहीं दिखा रही है। गरीब अमीरों को सूची में चिन्हित करने के लिए शुरु हुए सर्वे में मंदसौर नपा की रुचि नहीं है।
इसी कारण जिले की सभी निकायों व जनपदों में सबसे फिसड्डी इस सत्यापन काम में मंदसौर की नपा रही है। जिले की कुछ निकायों में तो यह काम शतप्रतिशत हो चुका है तो कुछ निकाय व जनपदों में शतप्रतिशत होने वाला है। मंदसौर ने अब तक सिर्फ ३८ प्रतिशत ही काम किया है।
सत्यापन होने के बाद अपात्रों के नाम सूची से छाटने के बाद इन्हें काटने का काम किया जाएगा। बीपीएल के अलावा भी सभी २४ प्रकार की श्रेणी में परिवारों का भौतिक सत्यापन चल रहा है और इसकी रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। विभाग के पोर्टल पर सभी निकायों व जनपदों की रिपोर्ट ऑनलाईन की जा रही है। जिले में नारायणगढ़, पिपलियामंडी व नगरी ने सत्यापन का काम शतप्रतिशत पूरा कर लिया है तो मंदसौर नगर पालिका का काम सबसे धीमा चल रहा है। विभाग द्वारा किए जा रहे सत्यापन के काम से फर्जी बीपीएल कार्डधारियों में हंडकंप मचा हुआ है।
२ लाख ३६ हजार परिवारों का हो रहा सत्यापन
जिले में वर्तमान में २ लाख ३६ हजार कार्डधारी परिवारों का सर्वे चल रहा है। इनसें अपात्र कार्डधारियों के नाम बीपीएल की सूची से काटें जाएंगे। हालांकि सभी परिवारों का सत्यापन किया जा रहा है लेकिन फोकस बीपीएल परिवारों पर अधिक है। पूरे जिले में सवा दो लाख से अधिक कार्डधारी परिवारों का सर्वे और भौतिक सत्यापन करने के लिए विभाग ने ११५१ दल बनाए है। इसमें निकाय से लेकर पंचायतकर्मी के अलावा अन्य शामिल है। यह घर-घर पहुंचकर बीपीएलकार्डधारी के मकान की फोटो के साथ अन्य चीजों की जानकारी लेकर मापदंडों के आधार पर सत्यापन कर फोटो के साथ जानकारी पोर्टल पर लोड करेंगे। हर दिन की रिपोर्ट हर दिन लोड होगी।
निकाय में मंदसौर तो जनपद में सीतामऊ सबसे पीछे
जिले की निकाय व जनपदों में चल रहे सर्वे में पिपलियामंडी, नारायणगढ़ व नगरी ने शतप्रतिशत काम किया है तो शामगढ़, मल्हारगढ़, गरोठ, सीतामऊ, में भी ८० से ९० प्रतिशत तक काम पूरा कर लिया है। कुछ निकायों में तो शतप्रतिशत होने वाला है। जिले की सभी निकायों में मंदसौर नगर पालिका ही सबसे पीछे है। एक और जहां शतप्रतिशत काम छोटी निकाय कर चुकी है तो मंदसौर नपा के पास इतना बड़ा अमला होने के बाद भी सिर्फ ३८ प्रतिशत ही काम हुआ है। वहीं जनपदों में सीतामऊ ने ७८ प्रतिशत के रुप में सबसे कम सत्यापन का काम किया है। वहीं जिले की अन्य जनपदों ने ८५ से लेक ९० प्रतिशत तक काम पूरा कर लिया है।
Published on:
11 Feb 2020 11:40 am
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