लागत भी नहीं निकल रही
मुल्तानपुरा निवासी किसान जीएन खान ने बताया कि प्याज के भाव पचास रुपए और साठ रूपए मिल रहे है। इस भाव में कैसे हम हमारी उपज को बेचे। यदि बेच दे तो हमारी लागत भी नहंी निकलेगी। भाव अच्छे मिलना चाहिए। किसान कैसे जीवन निर्वहन करेगा। भाव सात सौ रूपए से 1200 रूपए तक मिलना चाहिए। लेकिन नहीं के बराबर भाव दिए जा रहे है।
उपज अच्छी पर भाव मिल रहे कम
कयामपुर किसान जगदीश पाटीदार ने कहा कि हम बेहतर उपज लेकर मंडी बेचने के लिए आए। लेकिन यहां पर भाव ऐसे मिल रहे है जैसे बहुत ही घटिया किस्म का माल हो। उपज के भाव नहीं के बराबर मिल रहे है। ऐसे में कैसे उपज बेचे। 50 से डेढ़ सौ के भाव में तो बहुत अधिक नुकसान हो रहा है। हमारी कोई सुनने वाला भी नहीं है।
कोई सुनने को तैयार नहीं है
सोनगरा निवासी कोमल गुर्जर ने कहा कि हमारी कोई सुनने वाला नहीं है। हमने कम भाव मिलने की बात सचिव से कही लेकिन कुछ सार नहंी निकला। उन्होंने कहा कि क्वालिटी वाली उपज के अच्छे दाम मिल रहे है। हमारी तो अच्छी क्वालिटी की उपज है उसके बाद भी भाव इतने कम मिल रहे है कि लागत भी नहंी निकल पा रही है।