मंदसौर.
गायत्री परिवार ने शिवना नदी को शुद्ध करने के लिए शिवना के तटों पर ओर पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र के घाटों पर नदी में जमा गंदगी और कचरे को साफ करने का काम किया। श्रमदानियों ने यहां आह्वान किया कि पशुपतिनाथ और शिनवा में आस्था रखने वाला हर एक भक्त संकल्प ले कि शिवना में गंदगी नहीं फैलाएंगे और प्रदूषण नहीं बढऩे देंगे। श्रमदानी यहां पहुंचकर श्रमदान कर आम लोगों को शिवना को शुद्ध करने के लिए जागरुक करने का काम कर रहे है। स्वच्छता अभियान के अंतर्गत चार सप्ताह से पशुपतिनाथ मंदिर के समीप शिवना नदी के किनारे घाट पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। बावजूद नदी व घाटों पर प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। गायत्री परिवार द्वारा किए जा रहे श्रमदान के दौरान श्रमदानियों ने आम शहरवासियों से भी इसके लिए आह्वान किया है।
स्वच्छता अभियान के श्रमदानियों ने कहा कि इस सप्ताह भी शिवना नदी में पानी से गंदा कचरा और गंदी तस्वीरें, हमारे आराध्य देवी-देवताओं की पूजा करने योग्य फोटो निकाल कर सारा कचरा किनारे पर जमा किया गया। श्रमदानी रतनलाल कोरीवाल ने कहा कि हर सप्ताह मां शिवना के चरणों में श्रमदान कर रहा हूं। मेरी तरह सभी सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता और शासन, प्रशासन ध्यान दें तो शिवना नदी का जल स्वच्छ और साफ हो सकता है। बालाराम दडि़ंग ने कहा कि शिवना घाट और जल तभी शुद्ध हो सकता हैं जब नगर के नागरिकों के मन में शिवना नदी और नगर के प्रति शुद्धता के भाव जागृत होंगे। हर्ष शर्मा ने कहा कि शिवना नदी को साफ सुंदर और स्वच्छ बनाना है तो शिवना नदी में मंदसौर के सभी नागरिक शिवना नदी की सफाई को अपने मान-सम्मान और कर्तव्य मानकर नदी में गंदगी, कचरा ना डालते हुए कुड़ादान में ही डालने का प्रण लें व दूसरो को भी इसके लिए प्रेरित करने का प्रयास करें तो शिवना नदी मंदिर परिसर व कुछ दिनों के बाद मंदसौर नगर साफ सुथरा और स्वच्छ सुंदर बन जाएगा। योगेश सिंह सोम ने कहा कि बड़े ही शर्म की बात है कि स्वच्छता अभियान के दौरान घाट पर गंदगी और शौचालय प्लास्टिक आदि की सफाई करना पड़ती है। उन्होंने लोगों से आस्था की शिवना पर ध्यान देने और गंदगी नहीं फैलाने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में शांति पाठकर कार्य का समापन किया गया।