मंदसौर.
वायडी नगर थाना क्षेत्र में फोरलेन बायपास पर बीत रात को दर्दनाक हादसा हुआ। इसमें उज्जैन के तीन दोस्तों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं एक अन्य गंभीर रुप से घायल है और इंदौर में उपचार चल रहा है। तीनों दोस्त उज्जैन से सोमवार की रात १०.३० बजे एकादशी के चलते राजस्थान के सांवरियाजी दर्शन के लिए जा रहे थे। रास्ते में अंतिम बार रात करीब १२.३० बजे रितीक ने बड़े भाई कुलदीप से बात की थी। वहीं दोस्तों ने बताया कि रात को सफर के दौरान इस्टागाम पर लाइव चल रहे थे और उसी दौरान हादसा हुआ। उज्जैन में दोस्तों को रात को ही पता चल गया और फिर पुलिस से भी सूचना मिली तो वह रात को ही मंदसौर के लिए निकलें। हादसे के समय कार में चार दोस्त सवार थे। हाईवे के ब्लैक स्पॉट पर फिर हादसा हुआ और तीन जानें चली गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से ट्राले को राजस्थान के नयागांव से पकड़ा और चालक पर प्रकरण दर्ज कर ट्राले को जप्त किया। तीनों मृतका के शवों का पीएम करवाकर उनके परिजनों को सौंपा। इधर मंदसौर पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मूल्तानपुरा चौराहा पर ब्रेकर पर ट्राले ने लगाया ब्रेक और पीछे घुस गई कार
पुलिस ने बताया कि हाईवे पर एमआईटी चौराहें पर लगी सीसीटीवी फुटेज देखें। रात १.४५ बजे कार यहां से क्रॉस हुई और इतनी रफ्तार में थी कि तीन से चार मिनिट में ही मूल्तानपुरा चौराहें तक पहुंच गई। चौराहें पर बने ब्रेकर पर ट्राले ने ब्रेक लगाया और रफ्तार में आ रही कार पीछे से घुस गई। कार रितीक चला रहा था। और कार विजय की थी। हादसे में कार का अगला हिस्सा पुरी तरह बिफर गया और कार क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के बाद पुलिस व मूल्तानपुरा क्षेत्र के लोग हाईवे पर पहुंचे ओर कार में बुरी तरह फस चुके युवको को कांच व कार का कुछ हिस्सा तोडक़र बाहर निकाला। घायल युवक के भी गर्दन और मूंह पर कांच लगे थे। रात को ही उपचार के लिए उसे इंदौर रैफर किया।
वायडी नगर थाना प्रभारी जितेंद्र पाठक ने बताया कि रात करीब 1.५0 बजे हादसे की सूचना मिली थी। कार से तीनों मृतको के शव निकाले गए ओर एक घायल को अस्पताल भिजवाया। सभी युवक उज्जैन के रहने वाले हैं। हादसा इतना भीषण था कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। ट्राले को सीसीटीवी फुटेज की मदद से पकड़ा। पुलिस के मुताबिक मरने वालों में रितिक उर्फ रजनीश (27) पिता दिलीप गिरिया, संजय उर्फ अजय सिंह (22) पिता संतोष सिंह राणा और विजय सिंह उर्फ नोडी (24) पिता कमल सिंह चौहान शामिल हैं। इनका एक साथी लक्की (१९) पिता अनिल धाकड़ गंभीर रूप से घायल है। मृतक सभी आपस में दोस्त थे।
हादसे में बुझे तीन घरों के चिराग
परिजनों ने बताया कि चारों दोस्त जिगरी दोस्त थे। ओर एकादशी व अमावस्या के समय सांवरियाजी जाते थे। इस बार भी रात में निकलें। मृतक रितिक उज्जैन में लक्ष्मी ट्रेडर्स नाम से सरिया सीमेंट की दुकान चलाता था। परिवार में बड़ा भाई कुलदीप व माता-पिता हैं। हादसे के वक्त रितिक ही कार चला रहा था। मृतक विजय को सभी नोडी बुलाते थे। गाड़ी के पीछे भी नोडी लिखा रखा था। कार विजय की थी। उसका पहले धार में कपड़े का कारोबार था, लेकिन कुछ दिनों से वह वापस उज्जैन आ गया था। यहां ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करने लगा था। विजय की बहन की शादी हो गई है। व परिवार में विजय इकलोता है उसके बुजुर्ग पिता है जो पैरालिसिस से पीडि़त है। वहीं मृतक अजय सिंह बीकॉम थर्ड ईयर का छात्र था और आर्मी की तैयारी कर रहा था। उसके दोस्तों ने बताया कि उसे पूरा विश्वास था कि वह आर्मी जॉइन कर लेगा। इसके लिए उसने सिक्स पैक एब्स भी बनाए थे। घायल लक्की भी अजय के कॉलेज में ही पड़ता है। उसके सिर व गर्दन, चेहरें पर गंभीर चोट है।
इंस्टा पर लाइव थे, कार टकराते देखते ही घबराए दोस्त
मृतकों के दोस्तों ने बताया कि हादसे के वक्त रितिक कार ड्राइव कर रहा था, उसके पास बैठा अजय अपनी इंस्टा आईडी पर लाइव था। रात को सभी दोस्त चारों को इंस्टा पर लाइव देख रहे थे। इस दौरान धमाके की आवाज हुई और लाइव बंद हो गया। दोस्तों को समझ आ गया था कि एक्सीडेंट हो गया है ओर सभी घबरा गए। इधर पुलिस ने कुछ ही मिनट बाद फोन पर उन्हें सूचना दी।
हादसे का यह भी कारण
जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर ब्रेकर है, लेकिन संकेतक नहीं लगा है। और ना ही इस चौराहें पर लाईट पर्याप्त है। इसके अलावा जिस ट्राले के पीछे से कार टकराई उसका पिछला डाला खुला हुआ था। इस वजह से ट्राले के पीछे हेडलाइट और इंडिकेटर नजर नहीं आ रहे थे। अंधेरे में युवकों को ट्राला दिखाई नहीं दिया और तेज रफ्तार कार ट्राले से जा घुस गई।