मंदसौर.
रबी सीजन में अफीम सहित धनिया, अलसी व इसबगोल में भले ही किसान नुकसान बता रहे हो लेकिन राहत की उम्मीदें अब प्रशासन की रिपोर्ट से तय होगी। प्रशासन का पूरा अमला भले ही वर्तमान में खेतों पर पहुंचकर नुकसानी देख रहा हो लेकिन २५ प्रतिशत से कम नुकसानी की रिपोर्ट पर राहत नहीं मिलेगी। वहीं दो दिनों से हो रही बारिश ने रंगों के पर्व से पहले किसानों की होली को ही बैरंग कर दिया। उम्मीदों की फसलों पर गिरे ओले ने सबकुछ धो दिया। इधर किसान फसल बीमा राशि का भी इंतजार कर रहे है। तो वहीं अफीम की फसल में नुकसानी पर भी राहत का प्रावधान नहीं है। हालांकि वित्तमंत्री ने मंगलवार को निरीक्षण के दौरान दावा कि केंद्रीय वित्तमंत्री से अफीम किसान को राहत देने के लिए सरकार आग्रह करेगी। इधर दोनों मंत्रियों ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि संकट की खड़ी में सरकार साथ है किसी को घबराने की जरुरत नहीं। उन्होंने मुआवजे दिलाने की बात कही।
प्रशासन के सर्वे के दावों के बीच खेतों में बाट जोह रहे किसान
जिले में ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान के बाद दोनों मंत्रियों समेत पूरा प्रशासनिक अमला भले ही खेतों पर पहुंचकर फसल नुकसानी का जायजा ले रहा है और फोटो लगातर वायरल हो रहे है। लेकिन गांवों में किसान धूप निकलने के साथ खेतो में अपनी फसल संभालने में लगे है तो बारिश व ओलों से हुई नमी के बाद उन्हें संभालने से लेकर खड़ा करने में लगे है। ऐसे कई गांव व किसान है जो अपने खेतों पर फसल नुकसानी का आंकलन करने के लिए अमले की आने की बाट जोह रहे है।
दोनों मंत्री खेतों में उतरे तो कांग्रेस ने धरने का किया एलान
साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होना है। ऐसे में चुनावी वर्ष के चलते किसनों के मुद्दें पर फिर से जिले में सियासत का दौर भी शुरु हो गया है। ओलावृष्टि के बाद प्रदेश सरकार में जिले से दोनों मंत्री जगदीश देवड़ा व हरदीपसिंह डंग मंगलवार को प्रशासनिक अमले को लेकर अपनी-अपनी विधानसभा में किसानों के खेतों पर पहुंचे और फसल नुकसानी का आंकलन किया। इस दौरान उन्होंंने किसानों को मुआवजे का भरोसा दिलाया और पूरे अमले को नुकसानी का सर्वे करने के निर्देश भी दिए। तो सोशल मीडिया पर भी दोनों मंत्रियों व मंदसौर विधायक ने राजस्व अमले ने खेतों पर पहुंचकर सर्वे के निर्देश दिए। वहीं वित्तमंत्री देवड़ा ने जिले में ओलावृष्टि को लेकर मुख्यमंत्री से बात कर पूरी स्थिति की जानकारी दी। इधर किसानों के मुद्दें पर किसान कांग्रेस ने ९ मार्च को कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन का एलान किया।
केंद्रीय वित्तमंत्रालय को पत्र भेजेगी प्रदेश सरकार
वित्त मंत्री देवड़ा अपने क्षेत्र के कई गांवों में फसल नुकसानी को देखने पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है। वित्त मंत्री ने भी माना कि अफीम की फसल में भी बड़ा नुकसान हुआ है लेकिन अफीम के नुकसान के लिए सरकार की कोई पॉलिसी नहीं है। ऐसे में प्रदेश सरकार केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पत्र भेजकर किसानों को राहत देने के लिए मांग करेगी और इस मामले में उन्होंने सीएम से बात करने की कहा। इधर सुवासरा विधानसभा क्षेत्र में नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने भी किसानों के खेतों में पहुंचकर नुकसानी का जायजा लिया।
डोडे से निकलता अफीम बारिश से धुल गया
जिले में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान अफीम में ही हुआ है। चीरा लगने के बाद डोडे से अफीम निकलने का दौर चल रहा था। जो बारिश से धुल गया। ऐसे में अब मार्फिन की पात्रता पूरी करने के लिए भी संकट खड़ा हो गया है। तो वहीं गेहूं सहित अन्य फसल खेतों में ही धराशाई हो गई है।