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पांच बहनों को राखी पर मिल गया 18 साल पहले बिछुड़ा भाई

मंदसौर की 5 बहनों के लिए इससे अच्छा कोई और उपहार हो ही नहीं सकता था। रक्षाबंधन के पहले इन बहनों को कई सालों पहले बिछुड़ा अपना भाई मिल गया। जिन पुलिसवालों ने यह नेक काम किया, पांचों बहनों ने उन सभी को भी राखी बांधकर उन्हें भी अपना भाई बना लिया।

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बहनों को कई सालों पहले बिछुड़ा अपना भाई मिल गया

मंदसौर की 5 बहनों के लिए इससे अच्छा कोई और उपहार हो ही नहीं सकता था। रक्षाबंधन के पहले इन बहनों को कई सालों पहले बिछुड़ा अपना भाई मिल गया। जिन पुलिसवालों ने यह नेक काम किया, पांचों बहनों ने उन सभी को भी राखी बांधकर उन्हें भी अपना भाई बना लिया।

आपने फिल्मों में किसी मेले या फिर बचपन में गुम होने के बाद अचानक अपने परिवार से मिलने की कहानी कई बार देखी है। इस बार हकीकत में ऐसा हुआ है। वायडीनगर पुलिस ने ऐसा ही कुछ कमाल कर दिया। पुलिस ने पांच बहनों को उनके भाई से मिलाया जोकि कई साल पहले घर से गायब हो गया था। राखी के महज तीन दिन पहले 18 साल से बिछुड़े भाई को देख बहनों की आंखें छलछला आईं।

पुलिस ने बताया कि उन्हें 32 साल का एक युवक संदिग्ध स्थिति में मिला था। इसलिए युवक से पूछताछ की गई। उसने नाम पंकज बताया। उसने यह भी कहा कि उसकी पांच बहने हैं। छानबीन में पता चला कि पंकज पिता रंगलाल सूर्यवंशी मात्र 17 साल की उम्र में गुम गया था। बही पार्श्वनाथ निवासी पंकज की 7 नवंबर 2005 को गुमशुदगी भी दर्ज थी।

इसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरु की और युवक को उसके परिजनों को सौंपा। 18 साल पहले गुम हुए भाई को देख बहनें रो पड़ीं। इससे खुश होकर पांच बहनों ने थाना प्रभारी धर्मेश यादव सहित पूरे स्टाफ को राखी बांध कर अपना भाई बना लिया। इधर पुलिस अधीक्षक ने भी भाई को ढूंढ निकालनेवाली पुलिस टीम को इनाम देने की घोषणा की। पुलिस टीम को इनाम के रूप में 10 हजार रुपए दिए जाएंगे।