
Foreign investors invested Rs 50000 crore in month of November 2020
नई दिल्ली। मौजूदा समय में दुनियाभर के इक्विटी बाजारों में कोरोना वायरस का खौफ पूरी तरह से छाया हुआ है। दुनियाभर के निवेशक अपना रुपया इक्विटी मार्केट से निकाल रहे हैं। कुछ ऐसा ही भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिल रहा है। खासकर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से ज्यादा बिकवाली देखने को मिली हैै। जानकारों की मानें ऐसी बिकवाली 12 सालों में किसी महीने में देखने को नहीं मिली। वहीं जितना रुपया विदेशी निवेशकों की ओर मार्च के महीने में निकाला है, उतना तो 2008 की मंदी के दौरान बाजार से निवेशकों ने नहीं निकाला। मार्च में विदेशी निवेशकों की ओर से एशियन रीजन में दक्षिण कोरिया के बाद भारत से सबसे ज्यादा रुपया निकाला है।
1.20 लाख करोड़ रुपए निकाले
मार्च 2020 में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से रिकॉर्ड 15.9 अरब डॉलर यानी 1.2 लाख करोड़ रुपए निकाल लिए हैं। जानकारों की मानें तो जब से भारत में कोरोना वायरस का खौफ फैला तब से विदेशी निवेशकों की ओर से बिकवाली देखने को मिल रही है। आंकड़ों की बात करें तो विदेशी निवेशकों का साल 2020 की शुरुआत में भारतीय शेयर बाजार में एसेट अंडर मैनेजमेंट 431 अरब डॉलर यानी 33 लाख करोड़ रुपए था, जो जो 15 मार्च को कम होकर 341 अरब डॉलर यानी 25.52 लाख करोड़ रुपए हो गया। इसमें 20 फीसदी यानी 90 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट देखने को मिली। आपको बता दें कि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स के पास कुल मार्केटकैप का पांचवा हिस्सा है।
किन सेक्टर्स में देखने को सबसे ज्यादा गिरावट
वैसे विदेशी निवेशकों की ओर से शेयर बाजार के कई सेक्टर्स में निवेश किया हुआ था। जिसकी वजह से कई सेक्टर्स से विदेशी निवेशकों ने अपना रुपया निकाला है। जानकारी के अनुसार विदेशी निवेशकों ने सबसे ज्यादा बिकवाली फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर, बैंकिंग और ऑयल सेक्टर में की है। विदेशी निवेशकों की कुल निकासी में से 90 फीसदी हिस्सा इन्हीं तीनों सेक्टर्स का है। जानकारों के अनुसार बीते कुछ हफ्तों के कारोबारी सत्रों में इन सेक्टर्स में बड़ी बिकवाली देखने को मिलीी है।
मात्र 22 सेशंस में निकाले 71 हजार करोड़ रुपए
अगर मार्च के बीते 22 सत्रों के कारोबार की बात करें तो विदेशी निवेयाकों ने 9.5 अरब अमरीकी डॉलर यानी 71,000 करोड़ रुपए निकाल लिए हैं। नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार बीते 22 सेशंस के कारोबार में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार के कुल मार्केटकैप का एवरेज 0.7 फीसदी की बिकवाली की है। जो कि 2008 में आई आर्थिक मंदी के दौरान कुल बिक्री से भी ज्यादा है। आपको बता दें कि साल 2008 में विदेशी निवेशकों की ओर से 9.33 अरब डॉलर यानी 69,800 करोड़ रुपए की निकासी की थी।
Updated on:
02 Apr 2020 08:42 am
Published on:
01 Apr 2020 05:40 pm
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