
rights issue
नई दिल्ली: Reliance Industries ने जब से 53124 करोड़ के राइट्स शेयर इश्यू (RIL rights issue ) किये है। तब से कंपनियों में इन शेयर्स के जरिए पैसा जुटाने की होड़ लग गई है। दरअसल राइट्स इश्यू के रूप में कंपनियों को कोरोना के संकट से उबरने का रामबाण इलाज मिल गया है ।
बीते एक सप्ताह में टाटा पॉवर ( TATA POWER ) से लेकर महिन्द्रा फाइनेंस ( Mahindra and mahindra finance ), पीवीआर ( PVR ), आदित्य बिड़ला फैशन और श्रीराम ट्रांसपोर्ट जैसे कार्पोरेट हाउसेज ने राइट्स इश्यू के जरिए पैसे जुटाने का ऐलान कर चुकी हैं। आपको बता दें ये कंपनियां आने वाले वक्त में 10 हजार करोड़ तक के राइट्स इश्यू कर सकती हैं। टेबल के जरिएएक नजर में देखें कौन कौन लाने वाला है ये शेयर्स-
| कंपनी का नाम | राइट्स इश्यू |
| टाटा पॉवर | 2,000 करोड़ |
| आदित्य बिड़ला फैशन | 1,000 करोड़ |
| महीन्द्रा एंड महिन्द्रा फाइनेंस | 3,500 करोड़ |
| श्रीराम ट्रांसपोर्ट | 2,000 करोड़ |
विशेषज्ञों की मानें तो कंपनियां अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए पैसा जुटाने के लिए इस साधन का उपयोग कर रही है क्योंकि सभी को पता है कि इस साल इक्विटी की मांग और सप्लाई का गणित कंपनियों के पक्ष में नहीं होगा। यही वजह है कि कंपनियां अपने भविष्य के कामकाज को चलाने के ले जनता से पैसे जुटा रही हैं।
इसकी एक और वजह है कि मार्केट में बन रहे अवसरों को तोलना और उनका फायदा उठाना । इनवेस्टमेंट बैंकर निपुन गोयल की मानें तो "राइट्स इश्यू के जरिए कर्जदाताओं और ग्राहकों को भरोसा रहता है कि कंपनी के प्रमोटर्स को कंपनी पर विश्वास है, क्योंकि उन्हें भी अपनी जेब से पैसा खर्च करना होता है। हाल में सभी कंपनियो के शेयर प्इस काफी कम है जिसकी वजह से राइट्स इश्यू का क्रेज लोगों के सर चढकर बोल रहा है।
क्या होते हैं Rights Share-
शेयर मार्केट ( Share Market ) में रजिस्टर्ड कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए राइट्स इश्यू जारी करती हैं। इसके जरिए कंपनियां अपने शेयरधारकों को ही अतिरिक्त शेयर खरीदने को मंजूरी देती हैं। शेयरधारक कंपनी की ओर से बताए गए टाइम पीरियड में ही राइट्स इश्यू के जरिए शेयर खरीद सकते हैं। इन शेयर्स की खास बात ये है कि ये कंपनी के मालिकाना हक पर कोई असर नहीं डालते हैं।
Published on:
10 Jun 2020 09:56 pm
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