कंपनी ने कमाया मुनाफा
वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में उसकी आय 1,657.67 करोड़ रुपये थी। कंपनी को तिमाही के दौरान 296.51 करोड़ रुपये की असाधारण आय हुई है , जिसने शुद्ध लाभ में वृद्धि में मदद की। डीएलएफ की जून तिमाही में शुद्ध बिक्री बुकिंग 705 करोड़ रुपये रही। डीएलएफ ने बयान में कहा कि प्रवर्तकों ने पिछली तिमाही में कंपनी में 2,250 करोड़ रुपये की पूंजी डाली।
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प्रवर्तकों ने कंपनी में डाली पूंजी
आपको बता दें कि यह वित्तपोषण की अंतिम किस्त है। इसमें कहा गया है कि प्रवर्तकों ने कंपनी में कुल 11,250 करोड़ रुपये की पूंजी डाली है। यह किसी भारतीय कंपनी में प्रवर्तकों की ओर से डाली गई सबसे अधिक पूंजी है। डीएलएफ ने अपनी बैलेंस शीट में सुधार की पूरी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
पुरानी परियोजनाओं को करेगी पूरा
डीएलएफ का कहना है कि अब वह अपनी मजबूती बैलेंस सीट के साथ सभी पुरानी परियोजनाओं को पूरा करेगी। वह अपनी पूरी हो चुकी परियोजनाओं में फ्लैट, व्यावसायिक स्थलों को बेचने पर ध्यान देगी और वृद्धि के लिये भविष्य की परियोजनाओं को भी आगे बढ़ायेगी। डीएलएफ की योजना वाणिज्यक और आवासीय क्षेत्र में 1.70 करोड़ वर्गफुट स्थान को विकसिल करने की है।
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