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यहां केवल 2 से 5 दिन में आपका पैसा हो जाता है डबल, ये है रणनीति

पैसा कमाने के कई तरीके होते हैं। कोई पूरी जिंदगी नौकरी करके भी करोड़पति नहीं बन पाता तो किसी को विरासत में इतना पैसा मिलता है कि उसे संभालना मुश्किल हो जाता है।

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यहां केवल 2 से 5 दिन में आपका पैसा हो जाता है डबल, ये है रणनीति

नई दिल्ली। पैसा कमाने के कई तरीके होते हैं। कोई पूरी जिंदगी नौकरी करके भी करोड़पति नहीं बन पाता तो किसी को विरासत में इतना पैसा मिलता है कि उसे संभालना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर आप सही रणनीति और थोड़ा निवेश के अलग अलग माध्यम के बारे में सोचेंगे तो आप भी आसानी से बड़ी रकम कमा सकते हैं। यूं तो निवेश करने के कई माध्यम हैं जैसे - शेयर बाजार, रियल एस्टेट, सोना-चांदी, म्युअुचल फंड। लेकिन इन सभी माध्यमों में ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे आपका पैसा केवल 2 से 5दिन में डबल हो जाएं। लेकिन बाजार में ही निवेश का ऐसा तरीका है जहां यह संभव है। आइए जानते हैं क्या है ये तरीका और कैसे करते हैं इसमें निवेश…

इस तरीके से कर सकते हैं डबल कमाई

निवेश करने के इस तरीके का नाम है आईपीओ। इस निवेश के जरिए आप महज 2 से 5 दिन में ही अपने पैसे को डबल बना सकते हैं। मान लिजिए आपने किसी कंपनी का आईपीओ 225रुपए के भाव से खरीदा, आपने उसके 50 आईपीओ ले लिए, तो आपको 11250 रुपए खर्च करने पड़े। वहीं २ दिन बाद जब उस कंपनी की लिस्टिंग करीब 450 रुपए में हुई तो केवल दो दिन में ही आपका 11250रुपया 22500 में तब्दील हो गया।

क्या होता है आईपीओ

आईपीओ यानि इनीशियल पब्लिक ऑफर और इसे पब्लिक इश्यू भी कहते हैं। आईपीओ के जरिए कंपनियां पूंजी जुटाती हैं। और जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल कारोबार को बढ़ाने में करती है। आईपीओ में निवेश नए निवेशक के लिए फायदेमंद है। आईपीओ निवेश के जरिए नया निवेशक अपने मनपसंद कारोबार में हिस्सेदार बन सकता है। आईपीओ के फायदे यह होते है कि आपको मनपसंद कारोबार में हिस्सेदारी मिलती है। साथ ही आईपीओ में मुनाफा कमाने के मौके भी होते है।

कैसे होता है इसमें निवेश

आईपीओ में निवेश ब्रोकर के जरिए किया जाता है। जिसमें ब्रोकर के जरिए इसमें पैसा लगाएं। ऑनलाइन आईपीओ निवेश भी संभव है। आईपीओ 3 कामकाजी दिन तक ही खुलता है। आईपीओ की प्राइस प्रोमोटर्स और मर्चेंट बैंकर मिलकर तय करते हैं। शेयर प्राइसिंग 2 तरह से तय होती है। फिक्स प्राइसिंग और प्राइस बैंड। फिक्स प्राइसिंग पर आईपीओ अब बहुत कम होते हैं। प्राइस बैंड अधिकतम 20 फीसदी का हो सकता है।