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इन 18 कंपनियों ने सिर्फ 12 महीनों में दिया 50% से ज्यादा रिटर्न, ऐसे बढ़ता गया विदेशी निवेश

141 कंपनियों में से 18 ने इस टाइम पीरियड में लगभग 50 फीसदी मुनाफा कमाया है विदेशी निवेशकों ने स्मॉल कैप में बढ़ाया निवेश

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नई दिल्ली: 2019 की पिछली तीन तिमाहियों मेंForeign institutional investors (FIIs) नें इंडियन इक्विटी मार्केट में 30,000 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया। इस निवेश के जरिए 141 कंपनियों में निवेश की मात्रा बढ़ाई गई है।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड इन 141 कंपनियों में से 18 ने इस टाइम पीरियड में लगभग 50 फीसदी मुनाफा कमाया है। इसे देखकर कहा जा सकता है कि FIIs टेलीकॉम, फाइनेंस, हेल्थकेयर, आईटी, fmcg और एग्री जैसे फायदेमंद स्टॉक्स को पहचानने और निवेश करने में काफी आगे रहे हैं।

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एक्सपर्ट्स की मानें तो FIIs ने अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले मिडकैप और स्मॉल कैप के ऐसे स्टॉक्स में अपना पैसा लगाया जिनमें मुनाफा मिलने के चांसेज थे। स्मॉलकैप और मिडकैप में में इंवेस्टमेंट का सबसे बड़ा कारण इना आकर्षक मूल्यांकन माना जा रहा है। ONGC HDFC AMC Asian Paints, SBI Life, Dr. Lal, IGL, स्टॉक्स अपने क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं।

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जिन स्टॉक्स में विदेशी निवेशकों ने निवेश बढ़ाया है वो ज्यादातर स्मॉल कैप के हैं । शेयर मार्केट में 60 से स्टॉक हैं जिनमें 10 फीसदी से ज्यादा होल्डिंग fiis का है। ZEE Entertainment, Kajaria, Shriram Transport,REC,IIFL Finance,AU Small Finance, Strides Pharma, MAX India Tata Global ऐसे ही कुछ स्टॉक्स हैं। इनमें से कुछ स्टॉक्स लगातार डबल डिजिट में ग्रोथ दिखाते रहे हैं।

निवेश करने से पहले इन बातों पर दे ध्यान-

आपको बता दें कि घरेलू निवेशक भी उन जगहों पर पैसा लगाना पसंद करते हैं जहां विदेशी निवेशक पैसा लगाते हों । लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो विदेशी निवेश अकेला मापदंड नहीं होना चाहिए। बल्कि लोगों को निवेश करने से पहले उस स्टॉक की वैल्यू, कार्पोरेट गवर्नेंस, और ग्रोथ रिकॉर्ड भी देखना चाहिए । क्योंकि FIIs न सिर्फ परफार्मेंस बेस्ड शेयर्स पहचानने में और खरीदने में तत्परता दिखाते हैं बल्कि ऐसे शेयर्स जो उम्मीद के मुताबिक परफार्म नहीं करते उन्हें बेचने में भी उतनी ही तत्परता दिखाते हैं ।