सोना और चांदी में उछाल क्यों?
कमोडिटी बाजार विश्लेषक बताते हैं कि डॉलर के कमजोर होने से सोने और चांदी में निवेशकों का रुझान बढ़ा है। कोरोना काल में महंगी धातुओं में निवेश के प्रति बढ़ती लोगों की दिलचस्पी से सोना और चांदी में लगातार तेजी देखी जा रही है। खासतौर से चांदी की चमक कोरोना काल में ज्यादा बढ़ी है। चांदी न सिर्फ कीमती धातु है बल्कि यह एक औद्योगिक धातु भी है और इसका उपयोग आभूषण के साथ-साथ उद्योग में भी होता है। चांदी का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स और फोटोग्राफी के अलावा कई अन्य सेक्टरों के उद्योगों में भी होता है।
वायदा बाजार में सोना और चांदी में जोरदार उछाल
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी के सितंबर एक्सपायरी अनुबंध में में बीते सत्र के मुकाबले 3382 रुपए यानी 6.26 फीसदी की तेजी के साथ 57,357 रुपए प्रति किलो पर कारोबार बंद हुआ। जबकि कारोबार के दौरान चांदी का भाव एमएसीएक्स पर 57,454 रुपए प्रति किलो तक उछला जोकि 2013 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं बात सोने की करें तो एमसीएक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 507 रुपए यानी 0.89 फीसदी की तेजी के साथ 49,534 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार बंद हुआ। जबकि सोने का भाव एमसीएक्स पर 49,576 रुपए प्रति 10 ग्राम तक उछला जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।
विदेशी बाजारों में रिकॉर्ड उछाल
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स में चांदी के सितंबर वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 1.25 डॉलर यानी 6.19 फीसदी की तेजी के साथ 21.442 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान कॉमेक्स पर चांदी का भाव 21.628 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि 2016 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 24.15 डॉलर यानी 1.33 फीसदी की तेजी के साथ 1841.55 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव कारोबार के दौरान 1843.60 डॉलर प्रति औंस तक उछला।
क्या कहते हैं जानकार
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इससे निपटने के लिए राहत के उपायों की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है जिससे निवेश के सुरक्षित साधन के तौर पर सोने और चांदी को सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि डॉलर में आई कमजोरी से भी महंगी धातुओं के प्रति निवेशकों का रुझान बढ़ा है। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट कमोडिटी एंड रिसर्च अनुज गुप्ता ने कहा कि चांदी की औद्योगिक मांग बढऩे की संभावनाओं से इसकी कीमतों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि ईटीएफ की खरीदारी बढऩे से भी चांदी को सपोर्ट मिला है।
यह भी सबसे बड़ी वजहें
बाजार के जानकार बताते हैं कि अमरीकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से बाजार में तरलता बढ़ाने के लिए डॉलर डालने का सिलसिला लगातार जारी है जिससे निवेशकों का रुझान हार्ड एसेट्स व निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ है जिनमें चांदी इस समय सबसे अधिक आकर्षक निवेश का साधन बन गई है। उधर, कोरोना के कारण मिल रही आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए यूरोप में राहत पैकेज पर सहमति से भी कीमती धातुओं को सपोर्ट मिलेगा।